देहरादून द फोकस आई 8 अक्टूबर ।आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों/ सहायिकाओं को ,,लगभग 2.60 करोड की साड़ी/ सूट थमा दिए गए।
लगभग ₹ 400 कीमत है प्रति साड़ी व सूट की घटिया* किस्म की ड्रेस थमा कर लूट लिया आंगनवाड़ी वर्करों व सरकार को घटिया* ड्रेस थमाने के बजाय डीबीटी से पैसा ट्रांसफर क्यों नहीं दिया गया ? विकासनगर- जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि हाल ही में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनवाड़ी/ मिनी आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं हेतु लगभग 66,600 साड़ियों व सूट की खरीद 2.60 करोड़ में की गई | प्रति साड़ी 393 रुपए एवं सूट 398 रुपए में खरीदा गया।
उक्त खरीदी गई साड़ियों व सूटों की गुणवत्ता इतनी खराब है कि वो पहनने लायक ही नहीं हैं।
नेरघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि जिस प्रकार से कर्मकार कल्याण बोर्ड ने करोड़ों रुपए का घटिया सामान खरीद कर श्रमिकों को लूटने का काम किया था, ठीक उसी प्रकार महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग ने भी मातृशक्ति को लूटने का काम किया है ।
केवल अपनी कमीशन खोरी के चक्कर में विभाग ने सूट/ साड़ी खरीद का खेल रचकर अपने वारे न्यारे कर लिए, लेकिन इन मातृशक्ति को पूरी तरह से छला गया ।
अगर यही ड्रेस कोई आमजन थोक में बाजार से खरीदे तो आधे दामों में आसानी से उपलब्ध हो सकती हैं ।
विभाग द्वारा इसमें अलग तरह का प्रिंट करवा कर एक तरह से अलग ही खेल गया है ।
रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि विभाग को क्या जरूरत आन पड़ी थी कि खुद खरीद कर साड़ी/सूट वितरित करें ? क्यों नहीं डीबीटी के माध्यम से उक्त धनराशि इनके खातों में ड्रेस खरीदने हेतु ट्रांसफर की गई ? मोर्चा शीघ्र ही मातृशक्ति से हुई लूट के मामले में सरकार से पूरे प्रकरण की जांच करवाएगा।