सूत्र :झारखंड के देवघर में स्थित त्रिकुट पहाड़ पर रविवार को अचानक रोप-वे का सैप टूटने से बड़ा हादसा हो गया था. हादसे में 2 महिलाओं की मौत हो चुकी है. जबकि रेस्क्यू के जरिए सिर्फ 19 लोगों को बाहर निकाला जा सका है. अभी भी 29 लोग 2000 फीट की ऊंचाई पर हवा में लटके हुए हैं. सोमवार सुबह एक बार फिर से राहत बचाव कार्य शुरू हुआ है. त्रिकुट रोपवे हादसे में फंसे सभी लोगों को निकालने में इंडियन आर्मी के जवान हेलीकॉप्टर के जरिए बचाव अभियान कार्य में जुटे हुए हैं. लोगों को सही सलामत बाहर निकालने के लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.इंडियन एयरफोर्स के मुताबिक, झारखंड के देवघर जिले में दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर बचाव अभियान में शामिल हैं, जहां कई लोग दुर्घटना के कारण रोपवे ट्रॉली में फंस गए हैं. ऑपरेशन अभी जारी है.गौरतलब है कि हेलीकॉप्टर से रस्सी के सहारे जवान रोपवे ट्रॉली तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन रोपवे के तार के कारण हेलीकॉप्टर को परेशानी हो रही है. इंडियन एयरफोर्स की टीम लगातार बचाव कार्य में जुटी हुई है.अभी 29 लोग अलग-अलग ट्रॉलियों में लगभग 2000 फीट की ऊंचाई पर फंसे हुए हैं. रविवार शाम को ये हादसा हुआ था. तभी से लगातार ये लोग फंसे हुए हैं. इन लोगों तक एक खाली ट्रॉली के जरिए बिस्किट और पानी के पैकेट पहुंचाए गए हैं, लेकिन लोग काफी डरे और सहमे हुए हैं.भारत तिब्बत सीमा पुलिस के पब्लिक रिलेशन ऑफिसर विवेक पांडे ने पत्रकारों को बताया कि 12 ट्रालियों में 48 लोगों के फंसे होने की हमें सूचना मिली थी. थोड़ी देर पहले 60 फीट नीचे वाली ट्राली से 4 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है, एक अन्य ट्राली से भी 4 लोगों को निकाला है. कुल 8 लोग निकाले गए हैं. बता दें कि रविवार शाम लगभग 6 बजे देवघर के त्रिकूट पर्वत पर रोपवे का एक तार टूट जाने की वजह से यह हादसा हुआ।