हिंदुस्तान के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत एवं उनकी पत्नी मधुलिका रावत की सुपुत्रीयों कृतिका और तारिणी ने माता-पिता की अस्थियों को आज हरिद्वार में गंगा नदी में विसर्जित किया।

हरिद्वार द फोकस आई 11 दिसंबर। हिंदुस्तान के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत की बेटियों कृतिका और तारिणी ने माता-पिता की अस्थियों को आज हरिद्वार में गंगा नदी में विसर्जित किया।


बेटियों ने नम आंखों से अस्थियों को नमन किया और गंगा में विसर्जित किया। तीर्थ पुरोहित आदित्य वशिष्ठ की ओर से अस्थियों का विसर्जन कराया गया।
जनरल बिपिन रावत अपनी पत्नी के साथ गुरुवार को पंच तत्व में लीन हो गए थे। राजकीय सम्मान के साथ दिल्ली कैंट में जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका का अंतिम संस्कार किया गया।
इस दौरान सेना की ओर से अंतिम सलामी दी गई। यहां पर सैन्य सम्मान और विधि विधान के साथ जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत की अस्थियां गंगा में विसर्जित की गई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वीआईपी घाट पहुंचकर सीडीएस रावत की दोनों बेटियों से मुलाकात की और फिर रवाना हो गए।


इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, हरिद्वार मेयर अनीता शर्मा, ऋषिकेश मेयर अनीता मंगाई आदि मौजूद रहे।
आठ दिसंबर को तमिलनाडु में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत का निधन हो गया था। बिपिन रावत उत्तराखंड के मूल निवासी थे।
इस हेलीकॉप्टर में उनकी पत्नी मधुलिका के अलावा सेना के 13 जवान और अधिकारी सवार थे। हादसे में 13 लाेगों की मौत हुई।
हेलीकॉप्टर क्रैश में अकेले बचने वाले शख्स ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह हैं। जिनका बेंगलुरु में इलाज चल रहा है और वह गंभीर स्थिति में हैं।

हिंदुस्तान के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती मधुलिका रावत की अस्थियों को विसर्जित करने के लिए हरिद्वार स्थित घाट में ले जाती उनकी सुपुत्री कृतिका एवं तारिणी।

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