हरिद्वार में कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को रोकने के लिए पुलिस द्वारा रविवार दोपहर 12 बजे से सोमवार शाम छह बजे तक लगातार 30 घंटे तक बॉर्डर पर पुलिस का सख्त पहरा रहेगा। कोरोना संक्रमण के मामलों में एक बार फिर तेजी के आने के बाद पुलिस ने कार्ययोजना तैयार करते हुए स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को बॉर्डर से ही लौटाने की योजना तैयार की है। देहरादून और मसूरी जाने वालों को सीधे छुटमलपुर, बिहारीगढ़ होकर भेजा जाएगा। जबकि शादी और अन्य कार्यों से सीमा में प्रवेश करने वालों का रिकॉर्ड दर्ज कर उनकी निगरानी की जाएगी।
एसएसपी सेंथिल अबूदई कृष्णराज एस ने बताया कि रविवार दोपहर 12 बजे से नारसन, काली नदी चेक पोस्ट, मंडावर और चिड़ियापुर समेत जिले के सभी बॉर्डर पर पुलिस पिकेट के साथ सख्ती बढ़ा दी जाएगी। स्नान के लिए आने वालों को बॉर्डर से लौटाया जाएगा। एसएसपी ने बताया कि सीमा सील नहीं होगी। बॉर्डर से जिले में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति से पूछताछ होगी। देहरादून, मसूरी जाने वालों को किसी भी बहाने से वाया हरिद्वार नहीं आने दिया जाएगा।उसका रिकॉर्ड दर्ज होगा और रुड़की पर पिकेट रहेगी, जो वाहनों को वाया छुटमलपुर-बिहारीगढ़ होकर देहरादून भेजेगी। यदि किसी को हरिद्वार, ऋषिकेश या आसपास शादी एवं अन्य कार्य से आना होगा तो उसका रिकॉर्ड दर्ज करने के साथ निगरानी की जाएगी। घाटों पर स्नान के लिए आए तो होगा चालान एसएसपी ने कहा कि हरकी पैड़ी समेत सभी गंगा घाटों पर पुलिस की पूरी निगरानी रहेगी। सभी घाटों के प्रवेश द्वार एवं आसपास क्षेत्र में पिकेट लगाई जाएगी। रविवार रात से पुलिस की ड्यूटी जारी हो जाएगी। यदि कोई घाटों के आसपास घूमता मिला तो उसका चालान किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा।