फरवरी माह में 1218 पदों के लिए हुई विवादित फॉरेस्ट गार्ड भर्ती की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी गई है। उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने इसकी जांच रिपोर्ट वेबसाइट पर भी अपलोड कर दी है। जिसमें पता चला कि पौड़ी, देहरादून और हरिद्वार के कुल 22 परीक्षा केंद्रों पर ब्लूटूथ डिवाइस की मदद से नकल करवाई गई थी। लिखित परीक्षा में 57 अभ्यर्थियों द्वारा नकल का मामला सामने आया है जिसमें से 31 उम्मीदवारों को चिन्हित किया जा चुका है, वहीं 26 अभ्यर्थियों को चिन्हित करने का प्रयास जारी है।
प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि 8 अक्टूबर को पहली जांच रिपोर्ट आयोग को प्राप्त हुई है, जिस पर आयोग की 14 अक्टूबर को हुई पूर्ण बैठक में निर्णय लिया गया कि जांच रिपोर्ट अभ्यर्थियों के सार्वजनिक कर दी जाए। रिपोर्ट में आगामी 3 दिनों में परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों से 18 अक्टूबर तक उनका फीडबैक मांगा गया है, क्योंकि इस परीक्षा के अभ्यर्थी इसमें मुख्य पक्ष हैं। प्राप्त फीडबैक के आधार पर ही भर्ती प्रकिया को सुचारू या खारिज करने पर फैसला लिया जाएगा।
बता दें , फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा को इसी साल 16 फरवरी को आयोजित किया गया था। जिसमें कुल 1 लाख 56 हजार 46 युवाओं ने आवेदन किया था, जिसमें से 99 हजार 400 युवा परीक्षा में शामिल हुए थे, मगर लिखित परीक्षा में अनियमितता के बाद से इस परीक्षा में शामिल होने वाले सालों साल मेहनत करने वाले अभ्यर्थी निराश हैं।