7 फरवरी। एस् डी आर एफ द्वारा 24 जनवरी से 30 जनवरी 2023 व 01 फरवरी से 07 फरवरी 2023 तक दो चरणों में चले साप्ताहिक प्रशिक्षण कार्यक्रम में वन विभाग के विभिन्न वन प्रभागों से आये कुल 42 अधिकारियों, वन आरक्षियों व फायर वॉचर को SDRF के प्रशिक्षकों द्वारा आपदा प्रबन्धन/वनाग्नि सुरक्षा का प्रशिक्षण दिया गया।
साप्ताहिक प्रशिक्षण कार्यक्रम में SDRF प्रशिक्षकों द्वारा मुख्यतः चकराता, मसूरी, नरेंद्रनगर, मुनिकीरेती, उत्तरकाशी, टिहरी, लैंसडौन इत्यादि क्षेत्रों से आये वन कार्मिकों को आपदा प्रबंधन, आपदा के दौरान क्या करें व क्या न करें, वनाग्नि नियंत्रण व फायर सेफ्टी, प्राथमिक उपचार, सीपीआर, बेसिक लाइफ सपोर्ट, जलन व वातावरणीय चोटें, लिफ्टिंग एंड मूविंग पेशेंट, वैकल्पिक स्ट्रैचर बनाना, वनाग्नि पूर्व चेतावनी प्रक्रिया व कार्यप्रणाली, रोप रेस्क्यू, ड्रोन हैंडलिंग व विभिन्न रेस्क्यू तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया।
विगत कुछ वर्षों से राज्य में वनाग्नि से हजारों हेक्टेयर वनों की हानि हुई है साथ ही जान-माल की हानि की भी प्रबल संभावना बनी रहती है, जिस परिप्रेक्ष्य में SDRF द्वारा कराया गया प्रशिक्षण अवश्य ही लाभप्रद सिद्ध होगा। आपदा/वनाग्नि प्रबंधन का प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी व फायर वॉचर अपने-अपने क्षेत्र में वनाग्नि के साथ साथ अन्य किसी आपदा की दशा में प्राथमिक चिकित्सा, रोप रेस्क्यू, फायर रेस्क्यू में भी सक्षम होंगे। भविष्य में ड्रोन हैंडलिंग प्रशिक्षण से प्राप्त जानकारी से वन कार्मिक और प्रभावी तौर पर अपने वन क्षेत्र की मॉनिटरिंग करने में समर्थ रहेंगे। प्रशिक्षण के दौरान वन कार्मिकों के शाररिक एवं मानसिक क्षमता के विकास हेतु प्रतिदिन योग /पी०टी० व अन्य सेशन्स को भी विशेष तौर पर शामिल किया गया।
आज प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल समापन के अवसर पर श्री मणिकांत मिश्रा, सेनानायक SDRF द्वारा प्रशिक्षुओ को भविष्य में पूर्ण मनोयोग व कर्तव्यनिष्ठा से कार्य किये जाने हेतु प्रोत्साहित करते हुए प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र प्रदान किये गये। समापन कार्यक्रम के दौरान श्री मिथिलेश कुमार, उपसेनानायक SDRF, श्री दीपक सिंह, सहायक सेनानायक, SDRF, श्री राजीव रावत, शिविरपाल, SDRF, निरीक्षक श्री प्रमोद सिंह रावत, निरीक्षक श्रीमती ललिता नेगी, सूबेदार सैन्य सहायक श्री जयपाल राणा इत्यादि अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।