उत्तराखंड: पिथौरागढ़ में बारिश ने कहर मचा रखा है।जिसके चलते फिर से पिथौरागढ़ के बंगापानत तहसील में धामी गांव में दो मकानों के भूस्खलन की वजह से ढहने से दो लोग और मवेशी मलबे में दबे बताए जा रहे हैं।
घटना की सूचना मिलते ही राजस्व, पुलिस और एसडीआरएफ की टीम घटना स्थल के लिए रवाना हो गई है। उप जिला अधिकारी धारचूला एके शुक्ला भी धारचूला से घटना स्थल के लिए रवाना हो गए हैं। जिलाधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदण्डे ने तत्काल राहत एवं बचाव कार्य के निर्देश संबंधितों को दिए हैं।
हादसा रविवार देर रात होने की बात कही जा रही है, ग्रामीणों के अनुसार उनको भूस्खलन की वजह से जमीदोंज हुए मकान का पता सुबह ही चल पाया, रात को ग्राम वासियों को भी घटना का पता नहीं चल सका। ग्रामीणों के अनुसार लापता व्यक्तियों में विशना देवी 55 वर्ष पत्नी हयात सिंह, जवाहर सिंह 30 वर्ष हैं। यह गांव गोरी नदी से दो किमी दूर स्थित है।
बता दें, पिथौरागढ़ जिले में बारिश से स्थिति भयावह बनी हुई है।मुनस्यारी, बंगापानी और धारचूला तहसील में 18 जुलाई से अब तक 12 लोगों की जान जा चुकी है।जिसमें पिछले रविवार की रात को भी भारी बारिश के कारण बंगापानी तहसील के गैला और टांगा गांव के 11 लोग भी शामिल हैं,जो मलबे दब गए थे। वहीं दो की तलाश अब भी जारी है।