प्रदेश के परिवहन मंत्री चंदनराम दास ने पत्रकारों को बताया कि सरकार इस संबंध में सीघ्र विचार कर रही है कि प्रदेश की रोडवेज की खस्ताहाल स्थिति को कैसे सुधारा जाए। उत्तराखंड रोडवेज की बसों में मुफ्त सफर की सुविधा से परिवहन निगम की आर्थिक ढांचा कमजोर पड़ रहा है ,समय पर कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रहा है । बसों की हालत खस्ताहाल है। अमीर लोग भी सरकार की इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं.जो लोग आर्थिक आधार पर मजबूत है 50 से 60 हजार पेंशन हर माह ले रहे है वे ही पूरे उत्तराखंड में मुफ्त यात्रा कर रहे है जो आर्थिक रूप से कमजोर है कभी कभार 20 किलोमीटर तक यात्रा करते है परिवहन विभाग की मानें तो कई रूटों पर मुफ्त यात्रियों को सफर कराने के नियम के कारण बसों का तेल खर्च भी निकालना मुश्किल हो जाता है. हालत यह है कि वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त यात्रा सुविधा की योजना का लाभ कई ऐसे नागरिक भी उठा रहे हैं, जो आर्थिक रूप से सक्षम हैं. वहीं, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के सभी यात्रियों को इसका लाभ नहीं मिल पाता है राज्य परिवहन विभाग रोडवेज बसों में मुफ्त सफर करने वालों पर नकेल कसने की योजना बना रहा है।