चार धाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन फुल,एक हफ्ते तक फिलहाल रजिस्ट्रेशन बन्द

चार धाम को जाने वाले तीर्थयसस्यतिओं जाने के इच्छुक यात्रियों को यह सलाह दी जाती है कि चारधाम यात्रा के दौरान किसी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए उपलब्ध स्लॉट के अनुसार पंजीकरण करवाने के उपरांत ही अपना टिकट और आवास बुक करें। अगले 07 दिनों की अवधि हेतु चारों धामों के सभी स्लॉट बुक होने के चलते यात्रा के लिए काउन्टर अथवा पोर्टल पर पंजीकरण उपलब्ध नहीं है। जैसे ही पंजीकरण के स्लॉट उपलब्ध होंगे, वैसे ही श्रद्धालुओं का पंजीकरण यथावत सुचारू हो सकेगा। साथ ही सभी फिजिकल ऑफलाइन काउंटर यथावत बने रहेंगे। कुछ दिन पूर्व आया तथ्य संज्ञान में आया था कि कुछ ट्रैवल एजेंट ऑफलाइन माध्यम से अगले महीनों के स्लॉट की बुकिंग कराकर उसी दिन तीर्थ यात्रियों को लेकर दर्शन के लिए रवाना हो जा रहे हैं। मार्ग में पुलिस द्वारा रजिस्ट्रेशन की जांच किए जाने पर ऐसे वाहनों को रोक दिया गया और तीर्थ यात्रियों को अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ा। साथ ही ऐसा होने के कारण धामों में क्षमता से अधिक भीड़ पहुंच रही थी जिससे तीर्थयात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इससे बचने के लिए अगले 7 दिनों के भीतर वाहन क्षमता के अनुसार कोई रजिस्ट्रेशन स्लॉट उपलब्ध ना होने के कारण फिलहाल बुकिंग को अगले 07 दिनों तक के लिए बंद किया गया है, यद्यपि सभी स्थानों पर फिजिकल रजिस्ट्रेशन काउंटर यथावत बने रहेंगे और तत्काल अर्थात अगले 7 दिनों के भीतर यात्रा करने वाले श्रद्धालु प्रत्येक धाम की धारण क्षमता के अनुरूप रजिस्ट्रेशन स्लॉट उपलब्ध होने की दशा में यहां से अपना पंजीकरण करवा सकेंगे। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा धारण क्षमता के अनुसार यात्रियों को पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराई है जिसके अनुसार आगामी एक सप्ताह में चार धामों में पहुंचने वाले यात्रियों के सभी स्लाट बुक हो गए हैं।

जो यात्री ऋषिकेश अथवा अन्य निर्धारित स्थानों पर पंजीकरण के लिए आते हैं उन्हें केवल एक सप्ताह के भीतर के स्टॉल में ही एडजस्ट किया जाएगा वे फिजिकल काउंटर पर आकर एक सप्ताह से के बाद का बुकिंग नहीं कर पाएंगे। इसका उद्देश्य केवल यह है की यात्री वैध और करंट बुकिंग के आधार पर ही यात्रा करें; न कि भविष्य की किसी तिथि पर बुकिंग करते हुए आज की तिथि में धामो पर पहुंच जाए।

ज्ञातव्य है कि वाहन क्षमता के अनुरूप चारधाम में श्रद्धालुओं की संख्या को नियंत्रित करने के लिए स्लॉट व्यवस्था लागू की गई है। उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) की ओर से ऑनलाइन और फिजिकल काउंटरों के माध्यम से तीर्थयात्रियों का पंजीकरण कराया जा रहा है। तीर्थयात्रियों को यूटीडीबी की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ऋषिकेश, हरिद्वार, उत्तराखंड की सीमा सहित यात्रा मार्ग पर कुल 18 से 20 केंद्रों में ऑफलाइन पंजीकरण किया जा रहा है।

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