धामी की कैबिनेट में पर्यटन मंत्री के पद पर आसीन सतपाल महाराज इन दिनों दुबई में हैं। वहां चल रहे अरेबियन ट्रैवल मार्ट में उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को अपार प्राकृतिक सुंदरता का उपहार मिला है, जो सदियों से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ऐतिहासिक महत्व के कई स्थलों को पर्यटकों के लिए खोल रही है। इस कड़ी में विश्व के दुर्गम रास्तों में शामिल गर्तांगली की सीढिय़ों को खोला जा चुका है।
कैबिनेट मंत्री महाराज ने कहा कि दो साल बाद कोरोना से स्थिति सामान्य होने के बाद अब फिर से उत्तराखंड में सभी पर्यटन गतिविधियों को संचालित किया जा रहा है। चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है, जिसमें इस साल बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों की आने की संभावना है। इसके लिए सरकार की ओर से सभी तैयारियां की गई हैं।
उन्होंने उत्तरकाशी जिले में गर्तांगली का विशेष रूप से जिक्र करते हुए कहा कि भारत-तिब्बत के मध्य व्यापार की गवाह रही नेलांग घाटी में स्थित ऐतिहासिक गर्तांगली की सीढिय़ों का पर्यटक दीदार कर रहे हैं।
फिल्म निर्माताओं को राज्य के दर्शनीय स्थलों में शूटिंग क्षमता का पता लगाने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। ऋषिकेश के नजदीक चौरासी कुटी का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इससे विश्व प्रसिद्ध राक बैंड बीटल्स की यादें जुड़ी हैं। उन्होंने पर्यटक स्थल चोपता की प्राकृतिक सुंदरता का वर्णन भी किया।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन से संबंधित बुनियादी सुविधाओं के विकास के दृष्टिगत हरिद्वार में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। वह दिन दूर नहीं जब हरिद्वार से चारधाम, योग और गंगा दर्शन के लिए उड़ान भरी जाएगी। उन्होंने होम स्टे योजना, स्थानीय व्यंजनों केआनंद लेने को भी कहा।