नैनीताल के लोक संस्कृति के ध्वजवाहक नहीं रहे,,,,,

देहरादून द फोकस आई।  नैनीताल के लिए आज का दिन दुखद भरा रहा है। नैनीताल के जाने माने लोक संस्कृति के ध्वज वाहक , प्रसिद्ध रंग कर्मी , मूर्तिकार एवं कलाकार , लेखक एवं समाजसेवी विशम्भरनाथ साह सखा दाज्यू का आज 89 वर्ष की आयु में हल्द्वानी के चिकित्सालय में निधन हो गया है। वह यहाँ कैलाखान में निवास करते थे। बीते दिवस स्वास्थय अत्यधिक खराब होने के चलते परिजन उन्हें उपचार के लिए हल्द्वानी स्थित निजी चिकित्सालय में ले गए थे , जहाँ आज अपरान्ह 1 बजे के लगभग उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। वह अपने पीछे भरा पूरा परिवार को छोड़ कर गए हैं।विशम्भरनाथ साह सखा दाज्यू को लोक संस्कृति के ध्वज वाहक के रूप में जाना जाता था. नैनीताल के अभिभावक के रूप में नगर की सांस्कृतिक गतिविधियों में एक कलाकार के रूप में उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। पहाड़ी लोक संस्कृति के संवर्धन एवं प्रोत्साहन के लिए उन्होंने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था. प्रसिद्ध नंदा देवी महोत्सव में देवी मूर्ती की रचना के साथ की वह स्थापित मूर्तिकार के रूप में भी यश कीर्ति प्राप्त थे। इसी के साथ लोक परम्पराओं के जीवंत वाचक के साथ की उनकी कलम ने उत्तराखंड की लोक संस्कृति को देश विदेश में विशिष्ट पहचान दिलाई। उनके निधन का समाचार आते ही नगर में शोक की लहर दौड़ गयी।

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