वन अनुसंधान केंद्र ने रानीखेत के द्वारसों में देश का पहला घास संरक्षण केंद्र स्थापित किया है। तीन एकड़ क्षेत्र में फैले इस केंद्र में घास की 90 प्रजातियों को संरक्षित किया गया है। कैंपा योजना के तहत तैयार अनुसंधान केंद्र ने तीन साल में छह लाख रुपये की लागत से घास संरक्षण केंद्र तैयार किया। इसमें उत्तराखंड के साथ ही अन्य प्रदेशों की घास को भी संरक्षित किया गया है।