मेरठ उत्तर प्रदेश। विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद नौकरी तो नहीं करी लेकिन हुनर ऐसा हासिल किया कि चार राज्यों की पुलिस की नाम में दम कर के रखा हुआ था। मेरठ के एक ऐसे ही चोर ने तीन साल में एक हजार से अधिक लग्जरी कारों की चोरी कर मोटा पैसा बनाया लेकिन आखिरकार अब पुलिस के हाथ लग ही गया। पूछताछ की गयी तो पता लगा कि चोरी की गयी कारो की बिक्री मेरठ, यूपी के दूसरे इलाकों, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और गोवा तक भेजी जाती थी। आरोपी 32 वर्षीय दीपक राणा निवासी गांव बेहरमपुर खासए जानी, मेरठ बीएससी स्नातक है।
दीपक से पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि वह मेरठ कॉलेज से बीएससी पास कर चुका है जबकि एक कार को चोरी करने में उसे केवल ३ से ४ मिनट का ही समय लगता था। इसके लिए उसके पास खास उपकरण थे, जो किसी भी प्रकार के आधुनिक कार लॉक को निष्क्रिय कर देते हैं। दीपक के पास अलग.अलग कारों को डी.कोड करने का सॉफ्टवेयर के अलावा टैब, नकली चाबियां, ई०सी०एम० व अन्य औजार बरामद किए गए हैं। फिलहाल दीपक से पूछताछ के बाद केवल पांच (5) कारें बरामद कर ली हैं।
ए०ए०टी०एस० (एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वायड) का कहना है कि वाहन चोरी की सूचनाएं मिलने के बाद वाहन चोरों पर नजर रखी जा रही थीं। अधिकांश वाहन दिल्ली एनसीआर से चोरी कर मेरठ भेजे जा रहे थे। इसी आधार पर जांच को आगे बढाया गया और एक बड़ी सफलता पुलिस के हाथ लगी है।अब आगे देखना है यह कि अभियुक्त द्वारा चोरी कर बेची गयी 1000 से अधिक कारों को कब तक और कितनी खोज निकालती है।