प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए केदारनाथ धाम के निर्माण कार्यों की समीक्षा की।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह और तमाम अधिकारियों के साथ पीएमओ के अधिकारियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों और व्यवस्थाओं का प्रस्तुतीकरण दिया, जिसमें प्रधानमंत्री और पीएमओ को कई अहम जानकारी दी गई।
बैठक शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान केदार के डिजिटल दर्शन किए,इस दौरान उन्होंने कहा कि केदारनाथ मंदिर और जगद्गुरु आदि शंकराचार्य समाधि स्थल की दिव्यता बढ़े। कहा कि स्वच्छता को केंद्र में रखकर और व्यापक विकास हो। पीएम नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ में बनने वाले म्यूजियम के प्रेजेंटेशन की सराहना की, इसके साथ ही पीएम ने केदारनाथ यात्रा के संबंध में कई सुझाव त्रिवेंद्र सरकार को भी दिए जिसमें मुख्य रूप से यात्रा मार्ग पर घोड़े, खच्चर की वजह से यात्रियों को आने वाली दिक्कतों को दूर करने, मौसम खराब होने पर यात्रियों के लिए डॉरमेट्री बनाने के निर्देश दिए गए हैं।वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि केदारनाथ में चल रहे निर्माण कार्यों के लिए राज्य को लगभग 200 करोड़ रूपये की आवश्यकता होगी।जिस पर पीएम नरेंद्र मोदी ने विश्वास दिलाया कि भगवान केदारनाथ और बदरीनाथ में होने वाले विकास कार्यों के लिए राज्य सरकार को केन्द्र से हर सम्भव मदद दी जायेगी।
इसके अलावा उत्तराखंड के मुख्यसचिव उत्पल कुमार ने केदारनाथ में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों की विस्तार से जानकारी दी,उन्होंने बताया कि आदिगुरू शंकराचार्य की समाधि के पुनर्निर्माण का कार्य 31 दिसम्बर 2020 तक पूरा हो जायेगा, सरस्वती घाट का काम पूर्णता की ओर है, जो 30 जून तक कंप्लीट हो जायेगा। भैरव मंदिर के रास्ते पर पुल का निर्माण निर्धारित समय से पहले पूरा कर लिया गया है।तीर्थ पुरोहितों के रहने के लिए 5 ब्लॉकों में घर बनाऐ जा रहे हैं, जिसमें 2 ब्लॉक बनाये जा चुके हैं, बाकी ब्लॉक्स का काम सितम्बर तक पूरा हो जाएगा। केदारनाथ में आध्यात्म की दृष्टि से 3 गुफाएं बनाई जा रही हैं, जिनका निर्माण सितम्बर 2020 तक पूर्ण हो जायेगा।मन्दाकिनी नदी पर बन रहे पुल का काम 31 मार्च 2021 तक हो जायेगा।