आज मध्यप्रदेश के रीवा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एशिया के सबसे बड़ी सोलर प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया।इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा आज रीवा ने इतिहास रच दिया,रीवा पहले से ही नर्मदा और सफेद बाघों के कारण प्रसिद्ध है लेकिन अब इसमें एशिया का सबसे बड़े पावर प्रोजेक्ट का नाम जुड़ गया।उन्होंने कहा, ‘सौर ऊर्जा श्योर है, प्योर है और सिक्योर है। श्योर इसलिए क्योंकि सूर्य सर्वदा चमकता रहेगा, प्योर इसलिए क्योंकि पर्यावरण को प्रदूषित करने के बजाए सुरक्षित करेगा सिक्योर इसलिए क्योंकि ये हमारी ऊर्जा जरूरतों को सुरक्षित करता है।’ प्रधानमंत्री ने कहा सौर ऊर्जा के तमाम प्रोजेक्ट शुरू होने से सबसे अधिक फायदा मध्य प्रदेश के गरीब, मध्यम वर्ग के परिवारों, किसानों, आदिवासियों को होगा। इस मौके पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व कई केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहे।आपको बता दें पीएम मोदी ने कल गुरुवार को इस प्रोजेक्ट के उद्घाटन की जानकारी ट्वीट कर दी थी और लिखा था, मैं कल (10 जुलाई) को सुबह 11 बजे वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से मध्य प्रदेश के रीवा में बने 750 मेगावाट की सौर परियोजना का उद्घाटन करूंगा। यह परियोजना 2022 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता को गति प्रदान करती है ।अगर परियोजना की बात करें तो इस सौर पार्क को रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड ने विकसित किया है। यह मध्य प्रदेश उर्जा विकास निगम लिमिटेड (एमपीयूवीएन) और केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की ईकाई सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एसईसीआई) की संयुक्त उद्यम कंपनी है।आरयूएमएसएल को सौर पार्क के विकास के लिये 138 करोड़ रुपये की केंद्रीय वितीय सहायता प्रदान की गई. पार्क के विकास के बाद रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड ने पार्क के अंदर 250 मेगावाट की तीन सौर उत्पादन इकाइयों का निर्माण करने के लिए नीलामी के माध्यम से महिंद्रा रिन्यूएबल्स प्राइवेट लिमिटेड, एसीएमई जयपुर सोलर पावर प्राइवेट लिमिटेड और ऑरिन्सन क्लीन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड का चयन किया थाबयान के अनुसार इस परियोजना से उत्पादित बिजली की दर 15 वर्षों तक 0.05 रुपये प्रति यूनिट की वृद्धि के साथ पहले साल 2.97 रुपये प्रति यूनिट होगी. इस आधार पर 25 साल की अवधि के लिए 3.30 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली मिलेगी।