देहरादून से तरुण मोहन की रिपोर्ट :एसडीआरएफ (SDRF) देवदूत से कम नहीं
इस चिलचिलाती धूप में तड़के ही निकल पड़ते हैं जरूरतमंदों को दवाइयां देने, उनका काम केवल दवाइयां देना तक ही सीमित नहीं है बल्कि दवाइयां देने के साथ-साथ वे बीमारों को उनका साथ देने की भी बात कहते हैं कहते हैं कि चिंता ना करो हम (SDRF) आपके साथ है आपका हौसला बढ़ाने हम आए हैं हम सबको मिलकर इस भयानक बीमारी से लड़ना है हमें जीत अवश्य हासिल होगी ऐसा कहकर उन सब का मनोबल बढ़ाते हैं हम आपको यहां बता दें एसडीआरएफ (SDRF) कंट्रोल रूम में दो चिकित्सक भी उपलब्ध है जो कि वहां आने वाली कॉल में जरूरतमंद को आवश्यकतानुसार चिकित्सा परामर्श भी प्रदान करते हैं
अब तक केवल देहरादून में साढे चार हजार (4500) पीड़ितों तक कोविड-19 के उपचार की दवाइयाँ पहुंचाई जा चुकी हैं