अब केवल शमशान की भूमि में पंचतत्व विलीन अपनों की अस्थियां विसर्जित करने हरिद्वार पहुँच रहे हैं मृतकों के रिश्तेदार व नातेदार..

हरिद्वार: 6 मई मुख्य संवादाता तरुण मोहन हरिद्वार में पिछले कुछ महीनों से कुंभ स्नान रूपी मेले की चकाचौंध दुनिया भर में छाई हुई थी जिसमें करोड़ों श्रद्धालुओं ने मोक्ष नगरी हरिद्वार आकर डुबकी लगाई एवं अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने हेतु गंगा मैया के आगे झोली फैला कर आशीर्वाद मांगा था परंतु आज ऐसा नहीं है कुंभ मेला समाप्त हो चुका है अब ऐसा रौनक नहीं है इस कुंभ नगरी हरिद्वार में कोविड-19 कर्फ्यू लगा हुआ है जिसकी वजह से बाहरी व्यक्तियों का आवागमन रुक सा गया है वहां अब सिर्फ और सिर्फ ऐसे व्यक्ति ही आ रहे हैं जिन्हें अपने निकटतम संबंधियों,रिश्ते व नातेदारों कि अस्थियां विसर्जित करने को अस्थियां विसर्जित करनी होंl

इस महामारी ने धर्मनगरी हरिद्वार में ऐसी स्थिति बना दी है जहां कभी दिन और रात एक जैसे लगा करते थे एवं हर की पैड़ी एवं आसपास के घाटों में तिल भर तक रखने की जगह नहीं मिलती थी आज सन्नाटा की सन्नाटा पसरा हुआ है यह सभी घाट आज श्रद्धालुओं के आवागमन की बाह जोट रहे हैं

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