केंद्र सरकार की ओर से हरिद्वार कुंभ के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। कुंभ में आने वाले श्रद्धालु अधिकतम 72 घंटे पूर्व की आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट में नेगेटिव पाए जाने पर ही कुंभ क्षेत्र में प्रवेश कर पाएंगे। साथ ही श्रद्धालुओं के लिए रजिस्ट्रेशन भी अनिवार्य किया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से हरिद्वार कुंभ के लिए जारी गाइड लाइन में कहा गया है कि प्रतिदिन 10 लाख लोगों के आने की संभावना है।विशेष अवसरों पर यह संख्या 50 लाख हो सकती है। ऐसी स्थिति में संक्रमण से बचाव के लिए विशेष उपाय करने होंगे। उत्तराखंड सरकार सभी प्रदेशों को यह संदेश प्रसारित कर दे कि कुंभ में आने के लिए श्रद्धालुओं को कोरोना के आर.टी. पी.सी.आर. टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट साथ लेकर आनी होगी। जो यात्रा के करने के 72 घंटे से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए। श्रद्धालु इस रिपोर्ट की कॉपी अपने मोबाइल फोन में दिखा सकते हैं या फिर हार्ड कॉपी भी साथ ला सकते हैं।
कुंभ मेले में ड्यूटी पर लगे स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य फ्रंटलाइन वर्कर के लिए वैक्सीनेशन की व्यवस्था करने को भी कहा गया है। केंद्र सरकार की ओर से कहा गया है कि राज्य की ओर से श्रद्धालुओं के रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की जाए और रजिस्ट्रेशन के लिए अमरनाथ यात्रा की तरह मेडिकल सर्टिफिकेट अनिवार्य किया जाए। जो किसी भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला चिकित्सालय अथवा मेडिकल कॉलेज की ओर से जारी होना चाहिए।
केंद्र की ओर से 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों, गर्भवती महिलाओं, 10 साल से छोटे बच्चों और गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों को कुंभ में आने से बचने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही राज्य सरकार से कुंभ मेले के दौरान सैनिटाइजेशन की उचित व्यवस्था करने के लिए कहा गया है।