भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत द्वारा नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश को लेकर की गई अमर्यादित टिप्पणी का हर जगह विरोध हो रहा है। खुद उनकी पार्टी भाजपा भी उनके द्वारा नेता प्रतिपक्ष के बारे में कई गई टिप्पणी को लेकर नाखुश है। खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी इस मामले के बाबत माफी मांग चुके है और डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं,लेकिन इनसब के बावजूद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बयान को लेकर विपक्ष कड़ा रुख अपनाए हुए है। वहीं कई राजनीतिक पार्टियां के विरोध जताने के बाद आम आदमी पार्टी ने भी बंशीधर भगत के बयान को लेकर गहरा रोष जताया है।
आप की प्रदेश प्रवक्ता उमा सिसोदिया ने नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत द्वारा की गयी अशोभनीय टिप्पणी को अत्यंत शर्मनाक और निंदनीय करार देते हुए भाजपा पर तीखा हमला बोला है। मीडिया को जारी अपने बयान में “आप” प्रवक्ता उमा सिसोदिया ने कहा कि ये अपमान सिर्फ एक महिला इंदिरा हृदयेश का नहीं बल्कि प्रदेश की समस्त महिलाओं की अस्मिता का अपमान है। बंशीधर भगत की टिप्पणी अत्यंत शर्मनाक और निन्दनीय है और महिलाओं के प्रति भाजपा की सोच को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि राजनीति अपनी जगह है पर इस तरह से एक बुजुर्ग व्यक्ति के मुंह से एक बुजुर्ग महिला नेता प्रतिपक्ष के लिए इस तरह के शब्द निंदनीय व अस्वीकार्य हैं, जिसमें उनकी राजनीतिक बौखलाहट साफ झलक रही हैं । एक राजनैतिक महिला पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की अशोभनीय टिप्पणी महिलाओं के प्रति भाजपा के असली चाल-चरित्र और चेहरे को उजागर करती है। भाजपा के नेता हमेशा से ही महिलाओं के प्रति दुर्भावनाग्रसित रहे है और भाजपा हमेशा अपने ऐसे कुत्सित सोच के नेताओं के साथ खड़ी नजर आती है। उमा सिसोदिया ने कहा कि अपनी सरकार की जड़ें उखड़ती देख पगला गए हैं बंशीधर भगत जी, मर्यादा भी भूल गए हैं। महिलाओं का सम्मान भूल गए पर अपमान तो न करो भगत जी। नाम भगत और कर रहे बुजुर्ग महिला का अपमान, ये तो मुंह में राम बगल में छुरी वाली बात हो गईे आम आदमी पार्टी की सलाह है कि बंशीधर भगत ये भी भूल जायें कि मैं भगत हूँ, और राजनीति छोड़कर उससे पहले खुद को किसी साइकोलॉजिस्ट से अपना इलाज करायें। आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता और राज्य निर्माण आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली उत्तराखंड की महिला शक्ति उन्हें घूल चटाने के लिये तैयार बैठी है।