भारत- चीन तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक शुक्रवार सुबह लेह पहुंचे.उनके साथ सीडीएस विपिन रावत और आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे मौजूद रहे।मोदी ने लद्दाख के नीमू में थलसेना, वायुसेना और आईटीबीपी के जवानों से मुलाकात कर जमीनी हकीकत की जानकारी ली।शुक्रवार को लेह के लिए पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का दौरा निर्धारित था,लेकिन गुरुवार को अचानक उसे रद्द कर दिया गया था।आपको बता दें पिछले दो महीनों से भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख में कई स्थानों पर गतिरोध बना हुआ है। वहीं, 15 जून को गलवान घाटी में हुई एक हिंसक झड़प में भारत के 20 सैनिकों के शहीद होने के बाद यह तनाव कई गुना बढ़ गया। झड़प में चीनी सैनिक भी हताहत हुए, लेकिन अभी तक चीन ने इस बारे में ब्योरा नहीं दिया है,भारत -चीन तनातनी को कम करने के लिए लगातार पिछले एक महीने में ही भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की तीन बैठकें हो चुकी हैं,जिसपर अभी तक कोई ठोस निर्णय नहीं निकला है।वहीं इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री के लेह दौरे की सराहना करते हुए इसे सेना का मनोबल बढ़ाने वाला बताया।