केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ नवंबर महीने के अंत से दिल्ली के बॉर्डर पर डटे हजारों किसान आज सोमवार को सुबह 8 से शाम 5 बजे तक भूख हड़ताल पर है। इसके अलावा किसान देशभर के जिला हेडक्वार्टर पर भी प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं इस बीच कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि कानून वापस नहीं लिया जायेगा। उन्होंने कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार की मंशा स्पष्ट करते हुए कहा कि अगर किसान बिल में कुछ जोड़ना चाहते हैं तो इसकी संभावना अधिक है, लेकिन यह पूर्ण ‘हां या नहीं’ नहीं हो सकता है। एक साथ बैठने से समाधान होता है। उन्होंने कहा, ‘मैं किसानों से अपील करता हूं कि सरकार के साथ बैठें और किसान बिल संबंधित कानूनों से संबंधित मुद्दों को हल करें।’
वहीं, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि दिल्ली के लिए बड़ी संख्या में किसान कूच कर रहे है। उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान से किसान आ रहे है। मगर उन्हें जगह-जगह रोका जा रहा है। उत्तराखंड के किसानों को रामपुर में आगे आने से रोका जा रहा है। हरियाणा-यूपी बार्डर के किसानों को मुश्किल आ रही है। पलवल, होडल, रेवाड़ी पर किसानों को रोका जा रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा ने अपील की है कि किसान जिन्हें दिल्ली आने से रोका जा रहा है। उन्हें जहां रोका जा रहा है वहीं पर धरना देने की अपील की है।