उत्तराखंड : प्रदेश के 18 अशासकीय महाविद्यालयों के शिक्षक तथा शिक्षेणत्तर कर्मचारियों ने लंबित मागों को लेकर किया धरना प्रदर्शन

आज बुधवार को प्रदेश के 18 अशासकीय महाविद्यालयों के शिक्षक तथा शिक्षेणत्तर कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ 11 बजे से 1 बजे तक अंब्रेला अधिनियम में पूर्ण सुधार समेत तमाम मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। विगत लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आंदोलित प्रदेश के अशासकीय कॉलेजों के शिक्षक तथा शिक्षणत्तर कर्मचारी आंदोलित हैं, जिसमें उन्होंने राज्यपाल महोदया, मुख्यमंत्री, मंत्री गण तथा सांसदों एवम् सचिवों को भी अपने ज्ञापन दिए हैं, परंतु सरकार के स्तर पर अभी भी किसी प्रकार की कार्यवाही ना होने के कारण और अभी तक ढीला रवैया अपनाने के कारण भारी संख्या में शिक्षकों ने जुट कर अपने उद्बोधन में सरकार से शिक्षकों तथा कर्मचारियों के प्रति नीतियों को 1973 के एक्ट के अनुसार, उदार रुख के साथ ही सरकार के द्वारा लाए गए अंब्रेला अधिनियम में पूर्ण सुधार की आवश्यकता पर बल दिया।

इस अवसर पर ग्रुटा के महामंत्री डॉ. डी. के. त्यागी फूटा के महासचिव डॉ. यू. एस. राणा, राजेश पाल, डॉ एच बी एस रंधावा, डॉ पंत, डॉ नेगी,डॉ जय,डॉ जीपी डग, डॉ सुमंगल, डॉ एस पी जोशी, डॉ मनोज जादौन, डॉ देवना , डॉ रेखा,डॉ अतुल , डॉ कौशल, डॉ डी के शाही, डॉ पुष्पेंद्र डॉ अल्का कोहली, डॉ विवेक त्यागी, डॉ शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह व सचिव धीरज कोटनाला आदि सहित बड़ी भारी संख्या में शिक्षक तथा शिक्षकों तथा कर्मचारी उपस्थित रहे। प्रदेश के संगठनों की शक्ति तथा शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के इस चरण को छात्र संगठनों ने भी अपना समर्थन दिया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here