जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले में सीमा पर शहीद हुए उत्तराखंड के लाल राकेश डोभाल का आज सैनिक और राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। ऋषिकेश और श्मशान घाट का गंगा तट पर ‘राकेश डोभाल अमर रहे’ के नारों गूंज उठा। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे की मौजूदगी में सेना के जवानों ने अंतिम संस्कार के समय 21 राउंड हवा में फायर करके और हथियार उल्टे करके शहीद राकेश को अंतिम विदाई दी और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद ऋषिकेश के गंगा तट पर उनकी चिता को मुखाग्नि दी गई और हजारों लोगों ने नम आंखों से ऋषिकेश के बेटे राकेश को अंतिम विदाई दी। उनके परिजनों का हाल बहुत ही बुरा था, उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था कि राकेश अब इस संसार में नहीं है। आपको बता दें कि राकेश डोभाल बीएसएफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। उनकी शहीद होने के बाद से उनकी पत्नी और उनकी 11 वर्षीय बेटी और मां का रो रो कर बुरा हाल है। शहीद राकेश डोभाल की 11 साल की बेटी रिचा डोभाल ने अपने पिता को याद करते हुए कहा कि देश की रक्षा के लिए हमारे सैनिक अपनी जान देते हैं। उन्होंने इस मौके पर वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाए। 13 नवंबर को पाकिस्तान की ओर से बारमूला में की जा रही गोलाबारी में राकेश डोभाल घायल हुए थे। गोलाबारी मे एक मोर्टार राकेश के सिर पर आकर लगी थी। राकेश 2004 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे। इस फायरिंग में भारतीय सेना के तीन अन्य जवान भी शहीद हुए थे।