सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी को बताया प्रेस की आज़ादी पर कुठाराघात

आज बुधवार को मुंबई पुलिस द्वारा रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन चीफ अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार किया गया है। जिसके बाद पूरे देश में खासतौर पर हिन्दी पट्टी में आम जनमानस के साथ -साथ राजनैतिक प्रतिक्रियाओं का दौर लगातार जारी है। केंद्र में सत्ताधारी और महाराष्ट्र में विपक्ष की भूमिका निभाने वाली बीजेपी ने भी की गई कार्रवाई की तुलना आपातकाल से की है और इसे अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बताया है। वहीं, बीजेपी के कई प्रमुख नेताओं के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस मामले को लेकर ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए लिखा है, ‘रिपब्लिक चैनल के अर्नब गोस्वामी की गिरफ़्तारी अभिव्यक्ति और प्रेस की आज़ादी पर एक कुठाराघात है। इमर्जेन्सी के दिनों की याद दिलाता ये कुकृत्य कांग्रेस संस्कृति का परिचायक है। लोकतंत्र में ईमानदार पत्रकारिता करने वालों की आवाज़ इस तरह से बंद करने की मैं भर्त्सना करता हूँ।’

क्या है मामला !

यह मामला 2018 का है, जब एक 53 वर्षीय इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक ने मई 2018 में अलीबाग में आत्महत्या कर ली थी। इस घटना के बाद एक सुसाइड नोट मिला था, जो कथिततौर पर अन्वय द्वारा लिखा गया था। इस सुसाइड नोट में उन्होंने कहा था कि अर्नब गोस्वामी और दो अन्य ने उन्हें 5.40 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया, जिसकी वजह से उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा।

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