8 अगस्त।। बांग्लादेश के गृहयुद्ध को भारत सरकार हल्के में नहीं ले रही है। दो दिवस पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बैठक की कल सरकार ने विपक्ष से भी वार्ता की।
बंग्लादेश के अराजक आतंकी गृहयुद्ध पर बड़ा खुलासा!
कुछ दिन पहले शेख हसीना चीन गयी थीं!
चीन से बीच यात्रा में ही गुस्सा होकर वापस लौट आयी थीं शेख हसीना।
चीन ने तीस्ता नदी परियोजना को लेकर बांग्लादेश को धोखा दिया था, 4 लाख करोड़ लोन देने का वादा किया था, लेकिन दे रहा था केवल 900 करोड़।
इसके बाद शेख हसीना ने ऐलान कर दिया था कि हम तीस्ता नदी प्रॉजेक्ट भारत को देना चाहते हैं।
पाकिस्तानी ISI का हाथ बांग्लादेश हिंसा में शामिल!
बगावत के पीछे इस्लामिक छात्र शिबिर (ICS) का हाथ, छात्रों को भड़काने में ISI का हाथ।
ICS का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी से संबंध।
भारत में गिरफ्तार कई आतंकी ICS के कैडर रहे हैं।
ISI के लोग फेक छात्र आंदोलन में शामिल थे, फेक DP लगाकर ISI के एजेंट सक्रिय थे।
आंदोलन में कट्टरपंथी इस्लामी संगठन जमात ए इस्लामी का छात्र विंग शामिल।
इस्लामिक छात्र शिबिर के लोगों ने पूरे ढाका में उपद्रव मचाया।
JMB के कई आतंकियों का ICS से भी है रिश्ता, ISI ने छेड़ी थी बांग्लादेश में इंडिया आउट मुहिम।,,,,दुनियाँ में 57 देश मुस्लिम राष्ट्र हैं,
तब भी “शेख हसीना” को भारत में शरण ली.
👉🏼मुस्लिम देशों में मुस्लिम महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं शायद.
बांग्लादेश में तख्ता पलट के बीच हिंदू
मंदिरों पर हमला… अब बांग्लादेश में 1 करोड़ हिंदुओं का क्या होगा?
आरक्षण आंदोलन की आड़ में बांग्लादेश में हिंदू आबादी निशाने पर । शेख हसीना के बांग्लादेश से बाहर होने के बाद हिंदुओं के लिए हालात और खराब हो गए हैं.
डरे हुए हैं बांग्लादेश में 1 करोड़ हिंदू….
बांग्लादेश में लगभग 1 करोड़ 30 लाख हिंदू रहते हैं. शेख हसीना के सत्ता से बेदखल होने के बाद बांग्लादेश में ये हिंदू बेहद डरे हुए हैं. बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं, हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है,ऐसे में सवाल उठ रहा है कि बांग्लादेश में अब हिंदुओं का भविष्य क्या है? बांग्लादेश में कट्टरपंथियों के निशाने पर हमेशा से हिंदू रहे हैं,जमात-ए-इस्लामी पार्टी के कई नेताओं पर हिंदुओं को प्रताड़ित करने के मामले दर्ज हैं,अब यही पार्टी बांग्लादेश की नई सरकार का हिस्सा बनने जा रही है,ऐसे में हिंदू समुदाय की चिंताएं और बढ़ गई हैं।
22 से 8.5 प्रतिशत रह गई हिंदू आबादी
राज्यसभा में मंगलवार को बांग्लादेश मुद्दे पर बोलते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बताया कि वहां हिंदू अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है. हिंदुओं की आबादी बांग्लादेश में लगातार घटती रही है. पूर्वी बंगाल (पूर्वी पाकिस्तान)
यह हैं बांग्लादेश के हिन्दू गायक *राहुल आनंद*
जीवन भर इन्होंने मज़हबी भाईचारा ऑन टॉप बनाए रखा। सेकुलर आनंद कहते रहे कि इन्हें हिंदुओं से ज़्यादा मुस्लिम भाइयों का प्यार मिलता है। मेरा जिगर हैं!
कल इन्हें, इनके जिहादी भाइयों ने अपना सच्चा हलाल प्यार दे दिया। इनका घर तो फूंका ही साथ में इनकी थियेटर कंपनी को तोड़ फोड़ कर हजारों डॉलर का समान भी उठा ले गये….
बांग्लादेश टीम के एक मात्र किर्केट खिलाडी *लिटीन दास* के घर को आग लगा दी… परिवार जान बचाकर अभी कहीं भागा है…. आगे परिवार जिन्दा है कि मुर्दा अभी कुछ पता नहीं….. बांग्लादेशी जेहादी बांग्लादेशी हिन्दुओं को चुन चुन कर तबाह कर रहे हैं…. लगभग डेड लाख हिंदू परिवार घर बार छोड़ चुके हैं… लेकिन भाग कर जायेंगे कहां….?? तख्तापलट के नाटक बाद बंग्लादेश में हिन्दुओं पर डायरेक्ट ऐक्शन को भारत के कुछ आस्तीन के सांप जन आंदोलन बता रहे हैं सतावन मुस्लिम देश होते हुए शेख हसीना का भारत में शरण लेना भी बड़ा प्रश्न! अभी तक गाजा पर चिंतित भारत के एक भी मुस्लिम संगठनों ने हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार की भर्त्सना छोडिए आलोचना तक नहीं की इसका अर्थ हुआ कि इन सभी का बंग्लादेश के आतंकियों को मौन सम र्थन है। धूर्त यूएन अमेरिका और चीन बंग्लादेश के इस्लामी आतंकवाद के नंगे नाच पर मन ही मन प्रसन्न हैं।
कांग्रेस के नेता सलमान खुर्शीद कह रहे हैं ऐसा भारत में हो सकता है।
समस्या शेख हसीना से थी तो हिंदुओ के मंदिर और घरों को क्यों जलाया जा रहा है…
जब छात्र आंदोलन था …..
मुजीबुर्रहमान की मूर्ती क्यों तोड़ी…
समस्या 71 से चला आ रहा आरक्षण था…तो
विपक्षी अपराधी नेता को जेल से क्यों छोड़ा जा रहा है….
समस्या कुछ और है और समस्या करने वाले कोई और है…
ट्रंप के चुनाव से पहले अचानक दंगा होता है….
फ्रांस में चुनाव से पहले अचानक दंगा होता है…
स्पेन में चुनाव से पहले अचानक दंगा होता है…
आस्ट्रेलिया में अचानक दंगा होता है सरकार बदली गई…
श्रीलंका में अचानक दंगा होता है और सरकार बदली गई…
बंगलादेश में भी अचानक दंगा होता है
मालदीप में भी चुनाव से पहले सरकार विरोधी नारे लगते है
और अब ……
भारत में भी किसान आंदोलन और शाहीन बाग में भी यही करने की कोशिश की गई थी कैसे भी दंगा हो या सरकार गोली चलाए और दंगा कराने की कोशिश में देश में अराजकता फैलाई जाए
सभी जगह पैटर्न एक ही है…. क्यों की
सबका मालिक “एक” है……
सिचुएशन सच में गंभीर होती जा रही है अगर हम पिछले 100 साल में देखे तो कट्टरपंथी अफगान,पाकिस्तान,बंगलादेश,ले चुके हे,बॉर्डर स्टेट अलग से अब एक रणनीति के तहत हिंदू विहीन किए जा चुके हैं और किए जा रहे हे,कंट्रोलिंग कही भी नही दिख रही,अंदर सिर्फ विकास ही नही इस कट्टरपंथ का दमन भी करना होगा,नही तो ये सारा विकास एक दिन में फूंक देंगे,रोड उखाड़ देंगे,बिल्डिंग शोरूम ऑफिस सब के सब एक दिन में सारा विकास तहस नेहस,ये सब हमारा प्रशासन और सरकारी तंत्र समझ क्यू नही रहा बोलने कहने को असीमित शब्द हे,बंगलादेश में स्थिति कोई नई नही हे इस कट्टरपंथ के लिए यही आसमानी किताब बताती है और हम सब मैकाले के शिक्षा पद्दति में फस कर सेकुलर होते जा रहे।
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय के सुझावों पल भारत के सभी राजनीतिक दलों को गंभीरता से लेना चाहिए।
यह इक्कीसवीं सदी की सबसे भद्दी तस्वीरों में से एक तस्वीर है। संभव है कि आप टीन एज के लड़के हों और आपको किसी महिला के वस्त्रों को लहराए जाते देखने में एक फूहड़ आनंद आए, पर यदि आप एक समझदार व्यक्ति हैं तो आपको इस तस्वीर से भय होगा। यह कपड़े एक लोकतांत्रिक देश में जनता के मताधिकार से चुनी गई प्रधानमंत्री के घर के कपड़े हैं। यह भयभीत करने वाली भीड़ यदि प्रधानमंत्री के साथ ऐसा व्यवहार कर रही है तो सामान्य जनता का क्या होगा?
आप कल्पना कर के देखिए, यदि यह भीड़ आपके घर के सामने पहुंचे तो क्या होगा? कल्पना कर के देखिए कि यह कपड़े आपके परिवार की स्त्रियों के हुए तो कैसा लगेगा? यह बिल्कुल निरर्थक कल्पना नहीं है, उस भीड़ के लिए यह सामान्य व्यवहार है। वे ऐसे ही हैं।
यह बर्बर भीड़ सबसे अधिक स्त्रियों को पीड़ा देती है। उन्हे सबसे अधिक आनंद इसी में आता है। बंग्लादेश हो, अफगानिस्तान हो या कोई और देश, इस भीड़ को जब मौका मिलता है, वे ऐसा ही करते हैं।
भारत में भी इस भीड़ के समर्थक कम नहीं हैं। सोशल मीडिया पर ही देख लीजिए, हजारों लोग इस भीड़ के उत्पात को जनता की जीत बता रहे हैं। वे यहां भी यही देखना चाहते हैं, वे
लोकसभा में विदेश मंत्री का बड़ा बयान!
“बांग्लादेश में हिन्दुओ के ऊपर हमला हो रहा है।”
“हिन्दुओ की दुकानें लूटी जा रही हैं, घरों में आग लगाए जा रहे हैं।”
“27 जिलों में संगठित तरीके से हिन्दुओ पर हमले हो रहे हैं।”
“बांग्लादेश में हम हिन्दुओ की रक्षा के लिए तत्पर हैं, हम बांग्लादेश के अधिकारियों के संपर्क में हैं।”
“बांग्लादेश में करीब 19000 भारतीय और 9000 छात्र मौजूद, हम सभी के संपर्क में हैं।”
“शेख हसीना ने भारत आने का आग्रह किया था, हमने अनुमति दी।”
#बांग्लादेश-मुद्दा था हिन्दू अल्पसंख्यकों को शेख हसीना सरकार द्वारा आरक्षण दिए जाने का विरोध लड़ाई राजनैतिक
परंतु निशाने पर मंदिर और हिन्दू…
समझ नहीं आ रहा तुम्हे?
खूब जोड़ों संपत्ति….भागते रहो दिन रात पैसा कमाने के लिए…
देते रहो #संघ को गाली…
चिल्लाते रहो जाति गणना….
एक ही रात में #पलट गया पांसा…… हिंदुओं का समर्थन करने वाली शेख हसीना को इस तरह देश बदर होना पड़ेगा। सोच भी नहीं था।
वह तो उसकी हत्या नहीं की। लेकिन 1975 में उसके पूरे परिवार की हत्या कर दी गई थी।
यही इतिहास तो है #इस्लाम का …..पाकिस्तान हो या बांग्लादेश हो या फिर ईरान हो या टर्की हो या फिर भारत
कहां जाओगे ?
तुम्हें तो कोई #शरण भी नहीं देगा।
फिर कह रहा हूं…. कटे जाओगे या सुन्नत करवानी पड़ेगी।
देख रहे हो ना बांग्लादेश में किस कदर हिंदुओं पर #कहर ढाया जा रहा है।
भारत का अब्दुल ऐसा नहीं …..इस सोच को बदल दो। ये भारत में ही तो रहते थे।
1947 में ही तो पाकिस्तान बना और 1971 में पाकिस्तान से कटकर बांग्लादेश।
कश्मीर भूल गए क्या? केरल भूल गए क्या? कैराना भूल गए? क्या मेवात भूल गए क्या?
चीन पाकिस्तान की कारस्तानी से तख्तापलट के बाद बंग्लादेश में हिन्दुओं पर डायरेक्ट ऐक्शन वहां सेना का मोन समर्थन भी आतंकवादियों के साथ लेकिन भारत की छाती पर मूंग दल रहे आस्तीन के सांप उसे जन आंदोलन बता रहे हैं, सतावन मुस्लिम देश होते हुए शेख हसीना का भारत में शरण लेना भी बड़ा प्रश्न! हिंसा पर यून की चुप्पी का रहस्य मय है।
♦️डरा रहे सोशल मीडिया पर हिन्दूओं पर अत्याचारों के। वायरल वीडियो
👉🏾♦️एक समाचार के अनुसार
♦️प्रधानमंत्री शेख हसीना पद से इस्तीफा देकर आनन-फानन में देश छोड़कर भले ही भाग गई हों। लेकिन बांग्लादेश के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण सिस्टम के खिलाफ शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन देशभर में भयंकर लूटपाट और दंगों में बदल गया है। इन दंगों में अल्पसंख्यक समुदाय, खासकर हिंदुओं को प्रदर्शनकारी निशाना बना रहे हैं। शेख हसीना के भारत भाग जाने और अभी तक अंतरिम सरकार नहीं बनने के कारण प्रदर्शनकारियों में काफी रोष है। वे अब मंदिरों को आग लगाने और हिंदुओं के घरों और दुकानों पर तोड़फोड़ कर रहे हैं। ऐसी घटनाओं के कई वीडियो सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं
👉🏿♦️पहले भी हिंदुओं पर होते रहे हैं अत्याचार
👉🏻♦️बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार कोई नई बात नहीं है। 1951 में, बांग्लादेश की आबादी में हिंदुओं की हिस्सेदारी 22% थी जो अब घटकर मात्र 8% रह गई है। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार, 1964 और 2013 के बीच 1.1 करोड़ से ज्यादा हिंदू धार्मिक प्रताड़ना के कारण बांग्लादेश छोड़कर भाग गए। हाल ही में शेख हसीना सरकार के कमजोर होने से बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) और जमात-ए-इस्लामी के मजबूत होने की संभावना बढ़ गई है। इन दोनों ही दलों का झुकाव कट्टरपंथी इस्लाम की ओर माना जाता है, जिससे हिंदुओं पर अत्याचार बढ़ने की आशंका है। हिंदुओं को बांग्लादेश में सॉफ्ट टारगेट समझा जाते हैं।
👉♦️हिंदुओं के घरों और दुकानों पर लूटपाट
👉🏿♦️बांग्लादेश के अखबार डेली स्टार की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को कम से कम 27 जिलों में भीड़ ने हिंदुओं के घरों और दुकानों पर हमला किया और उनकी कीमती चीजें लूट लीं। बांग्लादेश के खुलना डिवीजन में स्थित मेहेरपुर में इस्कॉन मंदिर और एक काली मंदिर में तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई। इस्कॉन के प्रवक्ता युधिष्ठिर गोविंद दास ने ट्वीट किया, ‘मेहेरपुर में हमारा एक इस्कॉन केंद्र (किराए का) जला दिया गया, जिसमें भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा देवी की मूर्तियां भी शामिल हैं। केंद्र में रहने वाले तीन भक्त किसी तरह भागने और बचने में कामयाब रहे।’
👉♦️हिंदुओं की निर्मम हत्या
👉🏻♦️बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शनों के दौरान भयानक हिंसा भड़क उठी, जिसमें रविवार को 100 से ज्यादा लोग मारे गए। प्रदर्शनकारी शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे थे और इसी दौरान पुलिस से झड़प हुई। इस हिंसा में रंगपुर नगर निगम के हिंदू पार्षद हरधन रॉय की हत्या कर दी गई। एक अन्य पार्षद काजल रॉय की भी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल ने हरधन रॉय की हत्या का मुद्दा उठाया।
👉🏼♦️डरा रहे सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
👉🏾♦️बांग्लादेश में एक हिंदू सुमदाय के शख्स की ओर से सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक वीडियो में पिरोजपुर जिले में एक लड़की मदद की गुहार लगाती दिख रही है। एक अन्य वीडियो में चटगांव के नवग्रह बाड़ी में एक मंदिर को उग्र भीड़ की ओर से जलाते हुए दिखाया गया है। बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद ने एक्स पर एक पोस्ट में, हिंदू समुदाय के मंदिरों, घरों और प्रतिष्ठानों पर 54 हमलों की सूची दी है। इनमें इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र भी शामिल है, जो भारत और बांग्लादेश के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देता है। बांग्लादेश में हिंदुओं पर यह हमले 2021 के बाद से सबसे गंभीर हैं, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के बाद देश भर में विरोध प्रदर्शन हुए थे। उस दौरान हुई हिंसा में कई हिंदू मंदिरों पर हमले हुए थे।
👉🏻♦️विरोध प्रदर्शनों में मरने वालों की संख्या 440 हुई
👉🏼♦️बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शन में मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 440 हो गई। स्थानीय मीडिया में आई खबरों के मुताबिक शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से सोमवार को इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद हुई हिंसा की घटनाओं में 100 से ज्यादा की मौत हुई है। हिंसा प्रभावित देश में सेना स्थिति को नियंत्रित करने में जुटी हुई है। ‘एक समाचार पोर्टल ने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ने के बावजूद मंगलवार को स्थिति सामान्य होने के संकेत मिले और पुलिस और सेना सड़कों पर गश्त कर रही है।
👉🏻♦️भारत की बढ़ रही है टेंशन
👉🏾♦️बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों की खबरों से भारत में चिंता बढ़ गई है। बांग्लादेश में हिंदुओं की आबादी घटकर 8% रह गई है और 1964 से 2013 के बीच 1.1 करोड़ से ज्यादा हिंदू धार्मिक प्रताड़ना के कारण देश छोड़कर भाग चुके हैं। इस स्थिति को देखते हुए, पश्चिम बंगाल के विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी सरकार को चेतावनी दी है कि अगर बांग्लादेश से हिन्दू शरणार्थी आते हैं तो उन्हें शरण देने के लिए तैयार रहें। बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। हाल के दिनों में हिंदुओं पर हमलों की खबरों ने डर का माहौल पैदा कर दिया है।