हरिद्वार में संतो की बैठक में शामिल दो नेताओं के आपस में भिड़ने से बैठक का माहौल गरमा गया। जानकारी के अनुसार अखाड़ों और आश्रमों को सीवर शोधन संयंत्र (एसटीपी) लगाने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी नोटिस को लेकर चल रही संतों की बैठक में कांग्रेस नेता सतपाल ब्रह्मचारी और कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक एक दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप लगाते लगाते तूतू- मैंमैं पर उतर आए। इस दौरान संतों ने कहा कि अखाड़े और आश्रम किसी प्रकार प्रदूषण नहीं फैलाते हैं। संतों ने कहा कि अगर नोटिस वापस नहीं लिया गया तो संत महाकुंभ का बहिष्कार कर देंगे। पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष और राधाकृष्ण धाम के संस्थापक सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि बीजेपी सरकार संतों के साथ अन्याय कर रही है। बार बार नोटिस भेजकर संत समाज का अपमान किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के भीतर अगर नोटिस वापस नहीं लिया गया तो संत समाज हरकी पैड़ी पर सांकेतिक प्रदर्शन कर आगामी महाकुंभ का बहिष्कार कर देंगे। स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने कहा कि सरकार को अखाड़ों और आश्रमों में एसटीपी लगाने चाहिए। सभी आश्रमों के पास इतना धन भी नहीं है कि वे एसटीपी बनाए।