उत्तराखंड में त्रिवेन्द्र सरकार के साढ़े 3 साल का कार्यकाल पूरा होने पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाई थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि इस दौरान राज्य में 7 लाख 12 हजार युवाओं को विभिन्न माध्यमों से रोजगार मिला है। जिसके बाद से कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल 7 लाख से अधिक नौकरियां देने का दावा करने पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत पर निशाना साध रहे हैं और सरकार के इस दावे को झूठा बता रहे हैं। वहीं अब इस मामले में 2022 के आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी
आम आदमी पार्टी ने भी त्रिवेन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रविन्द्र आनंद ने तंज कसते हुए कहा कि, यह बिल्कुल वैसे ही है जैसे 20 लाख करोड रुपए केंद्र सरकार ने कोरोना काल में लोगों को दिए और लोगों को कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा त्रिवेंद्र रावत जी झूठ बोलकर उत्तराखंड के बेरोजगारों का मजाक उड़ा रहे है। यदि सरकार ने नौकरी दी है तो वह उसका प्रमाण प्रस्तुत करें। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि, इस बार उत्तराखंड के युवा त्रिवेंद्र सरकार की चिकनी चुपड़ी बातों में आने वाले नहीं है, ना ही किसी जुमले का शिकार होने वाले हैं। लोगों ने अपना मन बना लिया है कि, वह इस बार परिवर्तन चाहते हैं। क्योंकि भाजपा सरकार बेरोजगारी, पलायन, शिक्षा, स्वास्थ्य सभी मोर्चों पर पर फेल रही है।उन्होंने कहा त्रिवेंद्र सरकार द्वारा 2019-20 में रोजगार मेला वर्ष मनाया गया। लेकिन युवाओं और उद्योगपतियों को निराशा ही हाथ लगी। उन्होंने कहा सरकार की योजनाएं सिर्फ कागजों तक सिमट कर ही रह गई है, जमीन पर नहीं उतर पाई। मुख्यमंत्री ने अपने पास 47 विभाग रखे हुए हैं परंतु कहीं भी रोजगार नहीं दिया जा रहा है।