कांशीपुर 31 मई। गन्ने के फसल में पोका बोइंग बीमारी का प्रकोप इस समय बढ़ रहा है! इसको देखते हुए सहायक गन्ना आयुक्त निलेश कुमार द्वारा नादेही परिक्षेत्र की ग्राम भगवंतपुर में गन्ना कृषको को पोका बोइंग बीमारी की पहचान कैसे करें तथा उसके निदान के उपाय बताए गए तथा लोगों को इस विषय में जागरूक किया गया! पोका बोइंग गने का एक फफूंद जनित रोग है! इस बीमारी से गाने के 40 परसेंट से अधिक शर्करा उत्पादन कम हो सकता है! इस रोग की पहचान यह है की पत्तियां एक साथ सिकुड़न घुमावदार पत्तियों का कुरूप होना या विकृत होना या टेढ़ा-मेढ़ा हो जाता है !पत्तियों के अग्रभाग में चाकू से काटे गए निशान के सामान बन जाते हैं !इस बीमारी से बचाव के लिए खेत में carbendajim का छिड़काव 15 दिन के अंतराल पर 2 से 3 बार किया जाना चाहिए!