भारत चीन के मध्य सीमा पर बढ़ते दवाब को देखते हुए उत्तराखंड के सीमावर्ती इलाकों में भी वायुसेना ने तैयारियां तेज कर दी हैं। शुक्रवार को उत्तराखंड मंत्रिमंडल ने केदारनाथ धाम स्थित हेलीपैड के विस्तार की अनुमति दे दी है। यह वायुसेना की सलाह पर किया जा रहा है, ताकि सेना के मालवाहक हेलीकॉप्टर चिनूक को यहां लैंड कराया जा सके। इस हेलीपैड के विस्तार से सामरिक तौर पर वायुसेना की मारक क्षमता और अधिक बढ़ जाएगी। उधर, उत्तरकाशी में पड़ने वाली चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर सेना के हेलीकाप्टरों ने चक्कर लगाए और भारत-चीन सीमा पर गश्त की। इसी के साथ नेपाल और चीन की सीमा से सटे उन गांवों में मोबाइल टावर सरकार के खर्चे पर लगवाए जाएंगे, जो इस समय नेपाल के टावर और सिम पर निर्भर हैं।
चीन के उत्तराखंड सीमा पर सेना और हथियारों का जखीरा जमा करने की हरकतों को देखते हुए सामरिक दृष्टि से अतिसंवेदनशील उत्तरकाशी में वायुसेना ने गतिविधियों को तेज कर दिया है।
राज्य के तीन जिलों उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ की 345 किमी सीमा चीन से जुड़ी है। इसमें से उत्तरकाशी में 122 किमी सीमा है। यहां की चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी को आपात स्थिति में वायुसेना के उपयोग में लाने के लायक बनाया जा रहा है। अगले कुछ दिनों में सेना के आला अधिकारी इस हवाई पट्टी का दौरा भी करने वाले हैं।