देहरादून महापौर की बेटी समेत चार पदों पर नियुक्ति के मामले में AAP ने सरकार पर लगाया बैकडोर भर्ती का आरोप

भारतीय चिकित्सा परिषद के रजिस्ट्रार की ओर से युवा कल्याण विभाग में आउटसोर्स के जरिये देहरादून महापौर की बेटी समेत चार पदों पर नियुक्ति का मामला गरमा गया है। इसी मामले के बाबत आज रविवार को आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रविंद्र सिंह आनंद ने भी त्रिवेंद्र सरकार पर बैकडोर से भर्ती करने का आरोप लगाया है।उन्होंने कहा कि बेरोजगारी के चलते युवा आत्महत्या कर रहे हैं लेकिन राज्य सरकार चैन की नींद सोई है। मीडिया से बातचीत में रविन्द्र आनंद ने बताया कि भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड, प्रांतीय रक्षक दल एवं युवा कल्याण विभाग के जरिए हुईं चार नियुक्तियों के मामले में पूरी तरह अनियमितता बरती गई है। जुलाई में भारतीय चिकित्सा परिषद के रजिस्ट्रार की ओर से युवा कल्याण विभाग में आउटसोर्स के जरिए चार पदों पर नियुक्ति की मांग भेजी गई थी।विभाग ने एक लेखाकार, एक चतुर्थ श्रेणी और सुरक्षाकर्मी के दो पदों के लिये नाम तय कर भेजे थे। इन्हें चिकित्सा परिषद की ओर से नियुक्ति दे दी गई ।

उन्होंने आरोप लगाया कि इन नियुक्तियों में धांधली की गई है। इनमें लेखाकार के लिए महापौर की बेटी श्रेया उनियाल और एक अन्य पद पर परिषद के रजिस्ट्रार के करीबी को नियुक्ति की गई है। यह राज्य के बेरोजगारों के साथ बड़ा छलावा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार ने हाल ही में रोज़गार वर्ष मनाना शुरू किया है। सरकार झूठे आंकड़ों के जरिये अपनी पीठ थपथपाने में लगी है। जबकि उत्तराखंड के युवा नौकरी की आस में दर-दर भटकने को मजबूर हो रहे हैं। प्रदेश के नौजवानों ने डबल इंजन की सरकार पर इसलिए भरोसा नहीं जताया था कि सत्ता दल के नेता अपने बच्चों की बैक डोर से नियुक्तियां करवा लें। आप नेता आनंद ने कहा कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता प्रदेश के लाखों बेरोजगारों के हकों के लिए सड़कों पर उतरेंगे और मेयर के घर का घेराव करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को नींद से जगाने के लिए मुख्यमंत्री आवास पर भी प्रदर्शन करेंगे।

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