देहरादून 20 दिसंबर। देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा जनपद देहरादून में महिलाओं द्वारा तथा बच्चों से कराई जा रही भिक्षावृत्ति के विरुद्ध आ रही शिकायतों के संबंध मे प्रभावी कार्रवाई किए जाने के सख्त निर्देश दिए गए हैं । आज दिनांक 20 दिसंबर को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट/ भिक्षावृत्ति नियंत्रण यूनिट देहरादून द्वारा एनजीओ को साथ लेकर शिमला बाई पास चौक , isbt , कारगी , क्षेत्र अंतर्गत भिक्षावृत्ति करते पाए गए 4 महिलाओं को भिक्षावृत्ति प्रतिषेध अधिनियम के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत करते हुए गिरफ्तार किया तथा भिक्षावृत्ति करते मिले 12 बच्चों को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया । उक्त कार्रवाई में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट से प्रभारी उपनिरीक्षक मनमोहन सिंह नेगी, महिला उप निरीक्षक अनीता नेगी, कॉन्स्टेबल रचना, कॉन्स्टेबल सहदेव त्यागी ,कांस्टेबल देवेंद्र व बचपन बचाओ आंदोलन से सुरेश उनियाल ,समर्पण संस्था से मानसी, मैक्स संस्था से जहांगीर आलम, डीपीओ कार्यालय से संपूर्णा ,जिला विधिक प्राधिकरण से समीना, व चाइल्डलाइन से संगीता उपस्थित रहे।
- यहां समझने और देखने योग्य बात यह है कि ना तो पुलिस अधिकारियों और ना ही पुलिस गणों वह पुलिसकर्मी जो चौराहों पर ट्रैफिक नियंत्रण करते हैं एवं सीपीयू और चौकियों थानों से संबंधित अपने कार्यों को करते हुए जब वे सड़क पर इन मार्गों से होते हुए निकलते हैं तो इनको जरूर यह यह इस प्रकार की अन्य महिलाएं और बच्चे भिक्षावृत्ति में सनलिप्त हुए जरूर दिख जाया करते होंगे. तो वह उस समय इसको कैसे नजरअंदाज करते हैं ? यह भी एक सोचने की बात है ..यदि उस समय जब उनको देखे हो तभी इन पर कार्रवाई की जाए तो आज के समय में जिले भर में कहीं पर कोई भी भिक्षावृत्ति में संलिप्त नहीं पाया जा सकता था।