नई दिल्ली: अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा आयोजित आनलाइन तीन दिवसीय मीडिया कार्यशाला के द्वितीय दिवस ‘सोशल मीडिया’ विषय पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर क्षेत्र प्रचार प्रमुख अनिल कुमार जी ने विचार रखते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि सोशल मीडिया में अपने उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए हमें मीडिया के विभिन्न तंत्रों को समझना होगा और सोशल मीडिया से मित्रता करनी होगी। शिक्षा, शिक्षक और राष्ट्र की बात तो सभी करते हैं किन्तु अंतर नरेटिव का है। हमें सोशल मीडिया में व्यक्तिगत प्रसिद्धि के स्थान पर संगठन की प्रसिद्धि पर ध्यान देना होगा। हमें लगातार अपने आप को अद्यतन करना होगा और अपनी क्षमता और पात्रता बढ़ानी होगी। आपने कहा कि शैक्षिक संगठनों में कार्य करते समय जो नवाचार होने जा रहे हैं उन्हें सुनिश्चित करने के लिए इस कार्य को करने वाले शिक्षकों तक पहुंचाना हमारी आज की महती आवश्यकता है। साथ ही हम जिस विचार के लिए कार्य कर रहे हैं उसे आगे बढ़ाते हुए जनसामान्य में व्याप्त वैचारिक भ्रम को भी दूर करने में सोशल मीडिया का उपयोग करना होगा। कार्यशाला में उपस्थित रोहित कौशल जी द्वारा सोशल मीडिया के तकनीकी पहलुओं को समझाते हुए वार्षिक कैलेण्डर तैयार करने और कार्यकर्ताओं के सतत प्रशिक्षण पर बल दिया गया।
इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ महासंघ के अखिल भारतीय मीडिया प्रमुख विजय कुमार सिंह द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से हुआ। स्वागत भाषण एवं कार्यशाला की प्रस्तावना मीडिया सह प्रमुख दर्शन भारती ने प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन मीडिया सह प्रमुख बसंत जिंदल द्वारा किया गया एवं आभार प्रदर्शन प्रो. सुभाष आठवले ने किया। इस अवसर पर अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. जे. पी. सिंघल, महामंत्री शिवानंद सिंदनकेरा, संगठन मंत्री महेन्द्र कपूर एवं अन्य केंद्रीय पदाधिकारी, देश के सभी राज्यों व विश्वविद्यालयों के मीडिया प्रभारी, सह प्रभारी एवं मीडिया टोली के कार्यकर्ताओं की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।