देहरादून 30 जुलाई। जिला पंचायत देहरादून अध्यक्ष श्रीमती मधु चैहान की अध्यक्षता में आज पंचायत सभागार में समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों तथा जिला पंचायत सदस्यो की जिला योजना 2022 -23 कार्ययोजना के संबंध में बैठक आयोजित की गई । बैठक में माननीय अध्यक्ष ने सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को रोजगारपरक एवं जनकल्याणकारी योजनाएं प्रस्तावित करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला स्तरीय अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों की जिला योजना के तहत गत वर्ष के बजट के प्रावधानों तथा व्यय का विवरण तथा वर्ष 2022- 23 की कार्य योजना हेतु प्रस्तावित बजट का विवरण जिला पंचायत के समक्ष रखा। अध्यक्ष जिला पंचायत ने कहा कि विभागों को जिला योजना के तहत लगभग 60 प्रतिशत् तक स्वरोजगार पर व्यय किया जाना चाहिए। उन्होंने कृषि विभाग को निर्देश दिए कि जनपद के ग्रामीण एवं पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन रोकने और जंगली जानवरों से खेती को बचाने हेतु घेर बाड़ योजनाओं पर विशेष ध्यान देते हुए जिला योजना के प्रस्तावित किया जाना चाहिए । जल संस्थान को निर्देशित किया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर में पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए तथा हर गांव में 5 महिलाओं को पानी की गुणवत्ता टेस्टिंग हेतु प्रशिक्षित किया जाए। पर्यटन विभाग को निर्देश दिए गए कि पर्यटन स्थलों में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और पार्किंग विकास पर विशेष बल दिया जाए। समाज कल्याण विभाग को छात्रावासों की सुविधाओं में सुधार करने के लिए कहा गया। खेल विभाग को सभी विकासखंडों में ओपन जिम स्थापित करने हेतु निर्देश दिए गए। शिक्षा विभाग को स्कूलों में बाउंड्री वॉल बनाने तथा मरम्मत कार्य को जल्द पूरा करने हेतु कहा गया। पशुपालन विभाग को बकरी क्लस्टर विकसित करने हेतु निर्देश दिए गए। बैठक में जिला पंचायत सदस्यो विभिन्न विभागों के अधिकारियों से अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं के समाधान के संबंध में बातचीत की। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान ने समस्त जिला पंचायत सदस्यो से 13 से 15 अगस्त तक चलने वाले हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने हेतु सहयोग की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि जनता को घर-घर में तिरंगा लगाने हेतु प्रेरित करने में जनप्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी नितिशमणी त्रिपाटी, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, पंचायती राज विभाग विभाग के अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, चकराता तथा मसूरी सहित समस्त जनपद स्तरीय अधिकारी, जिला पंचायत सदस्य एवं विधायक प्रतिनिधि स्थित थे।