हरिद्वार द फोकस आई 16 जनवरी। सामाजिक कार्यकर्ता एवं अधिवक्ता अरुण कुमार भदोरिया ने विगत 12 जनवरी को मुख्यमंत्री को एक पत्र प्रेषित किया है जिसमें उन्होंने कुछ बिंदुओं पर सरकार का ध्यान आकर्षण करने की कोशिश की है जिसमें मुख्यतः भगवान शिव के त्रिशूल से मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षण कराया गया है अपने पत्र में श्री भदौरिया ने कहा है कि उसे केवल एक त्रिशूल ही नहीं उस त्रिशूल को हिंदू धर्म/ हिन्दू समाज के द्वारा भगवान शिव के आभूषण के रूप में देखा जाता है के विषय में विशेष रूप से दर्शाते हुए कहा गया है कि उसे कदापि ना हटाया जाए क्योंकि यह मामला हिंदू धर्म की आस्था से जुड़ा हुआ है ।
वैसे सरकारी ज़मीन को कब्ज़ा करना एक आम बात सी हो चली है इसी क्रम में मुस्लिम समुदाय के पीर बाबा की मजार जो मुजफ्फरनगर हाईवे रोड पर थी और आज भी वहीं पर है उसको शासन ,प्रशासन द्वारा हटाए जाने की हिम्मत न जुटा पाने के कारण हाईवे की तिरछी सड़क बना दी गई।
इसी क्रम में हरिद्वार जिले में ही जगजीतपुर में, श्री यंत्र मंदिर आश्रम के पास , बैरागी कैंप के पास ,बजरी वाला में, भूपतवाला क्षेत्र में भी सिंचाई विभाग की काफी जमीन लोगों ने कब्जा की हुई है जिससे मुक्त कराने की हिम्मत न तो सिंचाई विभाग , न ही जिला प्रशासन जुटा पा रहा है परंतु इसके विपरीत भगवान शिव का आभूषण जो त्रिशूल के रूप में लगाया गया है उसे एक साजिश के तहत सिंचाई विभाग अपनी अन्य जमीनों के कब्जे न हटावा कर केवल भगवान शिव के त्रिशूल को हटाने में लगा हुआ है जिसको बिल्कुल भी नहीं हटाने दिया जाएगा । यह हिंदू धर्म से जुड़ा मामला है और हमारे हिंदू धर्म की भावनाओं को जो भी ठेस पहुंच आएगा उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई भी होगी