देहरादून 13 मई। आज मा० अध्यक्ष, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षता में उत्तराखण्ड में बच्चों से संबंधित कानूनों के क्रियान्वयन की वर्तमान स्थिति की समीक्षा क्रियान्वयन में आने वाली चुनौतियां, अच्छी प्रथाओं एवं भावी रणनीति व कार्ययोजना पर चर्चा करने हेतु Review cum consultation meeting on child rights का आयोजन सचिवालय परिसर विश्वकर्मा भवन पंचम तल स्थित वीर चन्द्र सिंह गढवाली सभागार में आयोजित किया गया।
उक्त बैठक में महिला कल्याण, शिक्षा विभाग, श्रम विभाग, पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण विभाग, पंचायती राज विभाग, पुलिस विभाग, जनजाति ल्याण विभाग, अल्प संख्यक विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, शहरी विकास विभाग, मदरसा बोर्ड, उत्तराखण्ड राज्य एड्स कट्रोल सोसाइटी, ड्रग कट्रोल विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया है।
उक्त बैठक में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष एवं सचिव द्वारा भी प्रतिभाग किया गया। बैठक में समस्त विभागों की बाल अधिकार, बाल श्रम, नशामुक्ति, बाल विवाह, एवं पोक्सों के क्षेत्र में किये गये कार्य, विभागीय समन्वयन एवं आगामी कार्ययोजना की समीक्षा की गयी, जिसके क्रम में मा० अध्यक्ष, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा बच्चों के अधिकारों के संरक्षण, उनके प्रति होने वाले अपराधों से निपटने एवं उनकी देखरेख के लिए आवश्यक एवं त्वरित कार्यवाही प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश समस्त विभागों को दिये गये। मा० अध्यक्ष द्वारा महिला कल्याण विभागान्तर्गत बाल देखरेख संस्थाओं में किये जा रहे रचनात्मक गतिविधियों नवाचारों, खेल प्रतियोगिताओं की सराहना करते हुए भविष्य में भी बच्चों के पुनर्वास के कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में महिला कल्याण विभाग द्वारा जनपद हरिद्वार में विधि विवादित श्रेणी के किशोरों द्वारा भीमल के रेशें से बनायी गयी पेन्टिंग मा० अध्यक्ष, सदस्य सचिव एवं अन्य प्रतिनिधियों को भेट की गयी। बच्चों द्वारा बनायी गयी परामपरागत कला की पेन्टिंग एवं महिला कल्याण की इस पहल की सराहना की गयी। बैठक में मुख्य सचिव, उत्तराखण्ड शासन, सचिव, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग, सचिव, अन्य विभाग, अपर सचिव/निदेशक, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग, महिला कल्याण विभाग के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहें।