हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के आठवें दीक्षान्त समारोह का आयोजन विधिवत हुआ सम्पन्न

1017 पीजी, 12 एमफिल और 137 पीएचडी के छात्रों को ऑनलाइन डिग्री प्रदान की गई।

44 होनहार छात्रों को स्वर्ण पदक से नवाजा गया।

आज मंगलवार को हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के आठवें दीक्षान्त समारोह का आयोजन विधिवत सम्पन्न हो गया। कोरोना महामारी की वजह से इस बार समारोह को ऑनलाइन आयोजित किया गया, जिसमें समारोह के मुख्य अथिति रमेश पोखरियाल निशंक, विशिष्ट अथिति प्रो धीरेंद्र पाल सिंह, कुलाधिपति डॉ० योगेंद्र नारायण, गढ़वाल विवि की कुलपति प्रो अन्नपूर्णा नौटियाल अपने स्थलों से ऑनलाइन समारोह के साथ जुड़े। जबकि, कुलसचिव डॉ एन० एस० पंवार गढ़वाल विवि सहित सभी विभागों के विभाग अध्यक्ष मंचासीन रहे।

दीक्षांत समारोह में विश्व विद्यालय की ओर से 1017 पीजी, 12 एमफिल और 137 पीएचडी के छात्रों को ऑनलाइन डिग्री प्रदान की गई। इसके अलावा 44 होनहार छात्रों को स्वर्ण पदक से नवाजा गया, जिसमें 15 गोल्ड मेडल दान दाताओं द्वारा अतिरिक्त दिए गए थे।

इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और देश के शिक्षा मंत्री और गढ़वाल विवि के पूर्व छात्र रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने दीक्षान्त समारोह के अवसर पर उत्तराखंड को धरती का स्वर्ग बताया। उन्होंने कहा कि पहाड़-वनों वाला यह हिमालयी क्षेत्र पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है। गुणात्मक शोध अनुसंधान पर विशेष जोर देते हुए उन्होंने छात्रों से कहा कि नौकरी पाने के लिए नहीं नौकरी देने वाले बनें।स्टडी इन इंडिया और स्टे इन इंडिया को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से मजबूती भी मिलेगी।उन्होंने आगे कहा कि नई शिक्षा नीति से विश्व को भारत से संजीवनी भी मिलेगी। निशंक ने साल में एक बार गढ़वाल विश्वविद्यालय का एलुमिनाई सम्मेलन कराने के निर्देश कुलपति को दिए। उन्होंने कहा कि इससे विश्वविद्यलय के विकास में भी सहायता मिलेगी।

समारोह के विशिष्ट अथिति विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष डॉ. धीरेंद्र प्रताप सिंह ने विश्व विद्यालय की विभिन्न समितियों के सदस्यों, प्रतिभागियों एवं उनके अभिभावकों को इस आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह सभी उपाधि प्राप्त करने वालों के लिए महत्वपूर्ण दिन होता है, उन्होंने कहा कि इसके बाद सभी छात्रों को देश के लिए कार्य करना चाहिए।उन्होंने सभी के उज्ववल भविष्य की कामना की। इस मौके पर गढ़वाल विवि के चासलर डॉ. योगेंद्र नारायण सहित गढ़वाल विवि की कुलपति ने सभी अतिथियों का धन्यवाद प्रेषित किया, साथ में सभी छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की।

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