देहरादून 12 मई आज करोना महामारी के इस दौर में कई लोग अपने अपने स्तर पर कोविड-19 पीड़ितों की मदद कर रहे हैं यहाँ आज हम बात कर रहे है दीपक पंत की वे कोविड महामारी के दौरान SDRF के अनेकों अभियानों का हिस्सा बन कर बने जांबाज कोरोना वॉरियर्स,,,, कोविड से संक्रमित हुए तो बुलन्द आत्मविश्वास से जीती जंग, अब एक माह में दो बार प्लाज़्मा दान कर दो इंसानों के जीवन बचाने का सौभाग्य किया हासिल, जी हां ऐसे प्रेरणा स्रोत जांबाज है SDRF पुलिस के दीपक पन्त जिनके बुलन्द इरादों के समक्ष कोरोना ने घुटने टेक चूका है l
दीपक पन्त वर्ष 2006 में उत्तराखंड पुलिस में भर्ती हुए मूल रूप से चमोली जनपद के रहने वाले दीपक पंत वर्ष 2014 से SDRF का हिस्सा हैl
पिछले वर्ष रेस्कयू अभियान के दौरान ये कोविड संक्रमण की चपेट में आ गए थे।
दीपक पन्त द्वारा 15 अप्रैल को एक युवक कि जान बचाने हेतु प्लाज़्मा डोनेट किया था जबकि आज पुनः एक और जिंदगी बचाने की कोशिश में प्लाज़्मा डोनेट कर रहे है।
एसoडीoआरoएफo का कहना है कि दो बार के प्लाज्मा डोनेटर पंत की भांति अन्य युवा भी सामने आकर कोविड-19 से पीड़ित व्यक्तियों की मदद हेतु अपना प्लाज्मा डोनेट कर समाज में एक उदाहरण पेश करें