देहरादून 13 नवंबर। हमारे विराट देश भारतवर्ष में वैसे तो गंगा जमीनी तहजीब के कई सारे उदाहरण देखने को मिलते हैं… कभी कहीं देखने में आता है कि हिंदू परिवार ने किसी मुस्लिम परिवार के अनाथ हुए बच्चे को अपने यहां रखा, पढ़ाया लिखाया और विवाह भी उसी के धर्म अनुसार कराया! ऐसे ही कभी देखने में आता है कि मुस्लिम परिवार ने हिंदू बच्चों को अपने पास रखा पढ़ाया और उसका विवाह भी उसी के धर्म अनुसार कराया कुछ ऐसा ही उदाहरण मिलता-जुलता सा हमारी नजरों के सामने भी आया।
हम बात करते हैं देहरादून शहर के करनपुर चौकी में मिले एक उदाहरण से जहां पर दो महिलाएं दिवाली त्योहार को बहुत ही उत्साह के साथ मना रही हैं।
जिसमें से एक का नाम है श्रीमती सरिता बिष्ट जो कि उसे चौकी में अप निरीक्षिका के पद पर तैनात हैं साथ ही दूसरी महिला जो दिख रही है उसका नाम श्रीमती हलीमा बानो है.जो की पुलिस कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं, दोनों ही रंगोली बनाते हुए और दीपावली का त्यौहार मनाते हुए दिख रही है।
अपनी व्यस्त दिनचर्या के रहते हुए भी उन्होंने चौकी के प्रांगण में ही दिवाली मनाई।
जिसे कि सोशल मीडिया पर साझा किया,,, इसी को कहते हैं अखंड भारत एक भारत सभी धर्म का सम्मान सभी आपस में मिलजुल कर रहे हैं इस उदाहरण को चरितार्थ कर दिखाया श्रीमती हलीमा बानो ने।