देहरादून 10 जुलाई ,जिला स्तरीय प्रबन्धन समिति की वर्चुअल बैठक हुई, जिसके तहत् जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र सम्बन्धी गतिविधियों की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने बैठक में समाज कल्याण अधिकारी को दिव्यांगों के आधार कार्ड बनाये जाने की व्यवस्था में सुधार लाये जाने तथा नेत्रहीन दिव्यांगों के आधार हेतु अन्यंत्र व्यवस्था अपनाकर कार्ड बनाने में तेजी लाये जाने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के परीक्षण हेतु कोरोनेशन अस्पताल में प्रत्येक वृहस्पतिवार को शिविर आयोजित कर प्रमाण पत्र निर्गत किये जाय। उन्होंने दिव्यांगों को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत् स्वरोजगार योजनाओं के तहत् प्रशिक्षण दिया जाय।साथ ही ध्यान रखा जाय कि खासकर जहां घुमना चलना आदि न हो। बैठक में दिव्यांगो हेतु शेल्टर होम निर्माण के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा कोरोनेशन अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को शिविर के दिन डीडीआरसी के सदस्य की बैठने की व्यवस्था कराये जाने को कहा। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि दिव्यांगजनों के बीच जाकर उनके हित सम्बन्धी योजनाओ , दिव्यागों के पुनर्वास, कृत्रिम अंग नाप, दिव्यांगजनों के हितार्थ कार्य कर रहीं स्वंयसेवी संस्थाओं से समन्वय, चैरिटेबल संस्थाओं के माध्यम से आवश्यक उपचार कराये जाने हेतु विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में बताया गया कि मुनीशाभा सेवासदन पुनर्वास संस्थान द्वारा डीडीआरसी का संचालन किया जा रहा है तथा संगठन द्वारा कालसी, चकराता, त्यूनी के दिव्यांगजनों को हरबर्टपुर संस्थान के माध्यम से लाभान्वित किया जा रहा है। स्वयंसेवी संस्था द्वारा जिलाधिकारी को दिव्यागों के हितार्थ चलाये जा रही कार्ययोजना की जानकारी दी। इस अवसर पर जिला समाज कल्याण अधिकारी ने दिव्यांगजन कार्ययोजना एवं अन्य विभागों मुख्यतः बाल विकास, पंचायतीराज, शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभागों की भूमिका सम्बन्धी जानकारी उपलब्ध कराई गई।