भोपाल। शहर मे बागसेवनियां इलाके मे स्थित अंजली विहार फेस-1 कॉलोनी में चार साल की मासूम बच्ची पर 5 आवारा कुत्तों द्वारा हमला कर उसे घेरकर बूरी से नोच कर काटने की दर्दनाक घटना के बाद जहॉ निगम प्रशासन की नींद खूली वही घटना को लेकर मानव अधिकार आयोग ने भी लिया संज्ञान लेते हुए नगर निगमायुक्त भोपाल और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी से सात दिन मे जवाब मांगा है। कुत्तो के हमले मे मासूम बच्ची के सिर, कान और हाथ में गहरे घाव आये हैं। वही उसके चेहरे के साथ ही पेट, कमर और कंधे पर भी चोट लगी है। जानकारी के अनुसार इस हादसे का वीडीयो सोशल मीडीया पर भी वायरल हुआ है, गनीमत रही कि एक युवक की नजर कुत्तो से घिरी मासूम पर पड गई, जिसके बाद उसने कुत्तो को भगाकर मासूम को बचा लिया। निगम टीम ने हमेशा की तहर हादसा होने के बाद आवारा कुत्तों को पकडने की कार्यवाही शुरु कर दी है। स्ट्रीट डॉग पकडने का वाहन और जाल लेकर निगम टीम शहर की सड़कों पर घूम रहे हैं। टीम ने बागसेवनिया इलाके मे घटना स्थल के आस पास से करीब चार कुत्तों को पकड़ा है। मिली जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने इस गंभीर मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने नगर निगम, आयुक्त भोपाल एवं जिला प्रशासन भोपाल के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से अगले सात दिन में इस घटना पर जवाब मांगा है। आयोग द्वारा नगर निगम, आयुक्त भोपाल से जिन बिन्दुओं पर जानकारी देने को कहा है, उनमे एनीमल बर्थ कन्ट्रोल (डाग्स) नियम 2001 के तहत की गई कार्यवाही की जानकारी, साल 2021 में कितने आवारा कुत्तों को स्टरलाईज्ड किया गया, इसकी वार्डवार जानकारी, कितने रैबिड आवारा कुत्तों को शहर की सडकों से बाहर किया गया, इसकी भी वार्डवार जानकारी, एनीमल बर्थ कन्ट्रोल (डाग्स) नियम के तहत मानिटरिंग कमेटी की मासिक बैठकों की कापी दिये जाने जैसे बिदुं शामिल है। इसके साथ ही आयोग ने आवारा कुत्तों के काटने की घटनाओं का वार्डवार विवरण और प्रत्येक घटना पर निगम द्वारा की गई कार्यवाही की जानकारी, वर्तमान घटना में पीडित बच्ची के पिता को दी गई क्षतिपूर्ति राशि की जानकारी सहित घटना में पीडित बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट की कापी भी उपलब्ध कराने को कहा है। आयोग ने यह जानकारी सात दिनो मे देने को कहा है।