देहरादून द फोकस आई ।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत के ट्वीट प्रकरण के बाद उनके समर्थन में कई कांग्रेस के बड़े नेता आ गये हैं। राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने तो सल्ट उप चुनाव को लेकर पार्टी के दिग्गज नेता रंजीत रावत का नाम लिये बिना उन पर निशाना साधते हुए हरीश रावत के ट्वीट को उचित बताया है। उधर उत्तराखंड कांग्रेस के विवाद को खत्म करने के लिए कांग्रेस आलाकमान सक्रिय हो गया है। सूत्रों के मुताबिक नाराज हरीश रावत से कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने संपर्क किया और नाराजगी दूर करने का भरोसा दिया गया है। केरल से लौट कर राहुल गांधी शुक्रवार को उत्तराखंड के नेताओं से मिल सकते हैं, जिसमें हरीश रावत के भी मौजूद रहने की संभावना है।
मुख्यमंत्री चेहरा बनाए जाने, टिकट बंटवारे में पर्याप्त भागीदारी को लेकर हरीश रावत पार्टी पर दबाव बना रहे हैं। प्रभारी देवेंद्र यादव के तौर-तरीकों से भी उन्हें शिकायत है। बात नहीं बनी तो 5 जनवरी को हरीश रावत देहरादून में कोई बड़ा एलान कर सकते हैं। रावत समर्थकों को देहरादून में इकट्ठा होने को कहा गया है। रावत कैंप का दावा है कि उपेक्षा से नाराज हरीश रावत 5 जनवरी को राजनीति से संन्यास लेने का एलान कर सकते हैं।
हरीश रावत के साथ प्रीतम सिंह, राज्य के कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पार्टी नेता यशपाल आर्य भी शुक्रवार को दिल्ली पहुंचेंगे। हरीश रावत के तेवर बुधवार को बगावती तेवर में नजर आए और उन्होंने ट्वीट कर अपनी ही पार्टी की कार्यशैली पर सवाल उठा दिए। उन्होंने सियासी हलकों में यह कहकर हड़कंप मचा दिया कि पार्टी संगठन उनके साथ कथित तौर पर सहयोग नहीं कर रहा है और उनका मन सब कुछ छोड़ने को कर रहा है।