काशीपुर 3 सितंबर। राज्य मंत्री /उपाध्यक्ष प्रदेश स्तरीय गन्ना विकास सलाहकार समिति श्री श्याम वीर सैनी द्वारा कार्यालय आयुक्त गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग स्थित सभा कक्ष में मुख्यालय एवं जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई! आयुक्त महोदय द्वारा बताया गया कि पिछले पिराई सत्र में 305.80 लाख क्विंटल गन्ना पिराई करके 31.12 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया! पिछले वर्ष की रिकवरी 10.18 परसेंट रही! वर्तमान तक 1122 .22 करोड रुपए का पेमेंट किया जा चुका है! माननीय राज्य मंत्री महोदय द्वारा निर्देशित किया गया की इकबालपुर चीनी मिल द्वारा पिछला पेमेंट के लिए कार्य योजना बना ली जाए जिसके सापेक्ष उससे गन्ना मूल्य भुगतान लिया जाए ! जिससे की बकाया समय से चुकाया जा सके! उन्होंने कहा कि गन्ना मूल्य भुगतान समय से ही होना चाहिए! चीनी मिलों के बकाया गन्ना मूल्य अंशदान के लिए भी कार्य योजना बनाने को कहा गया! आयुक्त महोदय द्वारा बताया गया कि चीनी मिलों द्वारा समय से अंशदान ना देने के कारण समितियां का बिजनेस समाप्त हो गया है तथा समिति के रिटायर्ड कर्मचारियों की देयताओं का भुगतान समय से नहीं हो पा रहा है ! अतः चीनी मिलों द्वारा समय से अंशदान दिया जाना चाहिए! माननीय राज्य मंत्री महोदय ने बताया कि छोटे किसानों को गन्ना सप्लाई में प्राथमिकता मिले !उन्होंने कहा कि जहां अन्य विभाग जो सड़क बनाते हैं उनका सड़क खत्म होता है वहां से आगे गने की खेतों तक गन्ना विभाग के द्वारा ही सड़क बनाई जाती है! यह सड़क गने को मिल तक लाने में अत्यंत सहायक होती है !अतः जिला योजना में गन्ना विभाग को उसके मैचिंग ग्रांट के सापेक्ष उचित हिस्सा सड़क निर्माण में मिलना चाहिए! उत्तराखंड देवभूमि है! जीवन रक्षा के लिए खाद्य सामग्री जरूरी है! अतः हमें गन्ना किसानों को प्रोत्साहन देना चाहिए कि वह गने का उचित वैज्ञानिक पद्धति से उत्पादन करें! जिससे की फैक्ट्री की उत्पादन में भी वृद्धि होगी! इससे अंशदान भी ज्यादा मिलेगा! सभी को मिलकर काम करना चाहिए! जिससे गने की उत्पादकता बढ़ेगी !इस बैठक में आयुक्त गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग श्री चंद्र सिंह धर्मसत्तू ,अपर गना एवं चीनी आयुक्त श्री चंद्र सिंह इमलाल ,प्रचार एवं जनसंपर्क अधिकारी श्री निलेश कुमार, सहायक गन्ना आयुक्त उधम सिंह नगर श्री आशीष नेगी, सहायक गन्ना आयुक्त देहरादून श्री कपिल मोहन, सहायक चीनी आयुक्त श्री सुप्रिया मोहन सहित गन्ना विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित रहे!