देहरादून 5 अगस्त।उत्तराखंड बहुचर्चित यूकेएसएसएससी स्नातक परीक्षा पेपर लीक मामले में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) के चेयरमैन एस राजू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। आयोग की स्नातक परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद अध्यक्ष ने इस्तीफा दिया है। मामले में एक जिला पंचायत सदस्य, सचिवालय के अफसर और एक महिला का नाम सामने आने से अब कई अफसर भी जांच के दायरे में आ सकते हैं। इधर, आयोग की स्नातक भर्ती परीक्षा में धांधली के चलते चेयरमैन एस राजू ने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिए जाने की बात सामने आई है।इधर, इससे पहले भी मई 2016 में आयोग में फॉरेस्ट गार्ड भर्ती में गड़बड़ी के बाद तत्कालीन अध्यक्ष आरवीएस रावत ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया था। ऐसे में आयोग की भूमिका कहीं न कहीं सवालों में है।आयोग ने ग्राम विकास अधिकारी समेत अन्य पदों पर स्नातक परीक्षा आयोजित की थी। लेकिन परीक्षा के बाद पेपर लीक की सूचना सामने आ गई। इस मामले की जानकारी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तक पहुंचने पर सरकार ने पूरे मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी। एसटीएफ ने भी पेपर लीक कराने वाले गैंग का भंडाफोड़ कर बड़ी कार्रवाई की। एसटीएफ अब तक पेपर लीक मामले में एक दर्जन लोगों को जेल भेज चुकी है। जबकि 100 से ज्यादा एसटीएफ की रडार पर हैं। कुछ दिन पहले एक चर्चित जिला पंचायत सदस्य का नाम भी इस प्रकरण में जुड़ गया। जिला पंचायत सदस्य के साथ एक महिला और सचिवालय के एक अफसर का नाम भी चर्चाओं में आ गया। हालांकि जिला पंचायत सदस्य इन दिनों बैंकॉक जा रखा है। वापस लौटने के बाद एसटीएफ आरोपी को पूछताछ के लिए उठा सकती है। यदि एसटीएफ को जिला पंचायत सदस्य के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले तो उसकी गिरफ्तारी तय मानी जा रही है। इसके अलावा कुछ और शक्तिशाली लोग भी जांच के दायरे में आ सकते हैं। इनमें कुछ नेता और अफसर भी शामिल बताए जा रहे हैं। एस राजू 2016 से चेयरमैन के पद पर कार्यरत हैं।