आज सुबह मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का निधन हो गया। 85 वर्षीय लाल जी टंडन को खराब स्वास्थ्य के कारण बीती 11 जून से ही लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। उनके पुत्र और उत्तरप्रदेश के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने ट्वीट कर उनके निधन की जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट में लिखा ‘बाबू जी नहीं रहे’। शाम 4:30 बजे गोमती तट गुलाला घाट पर लालजी टंडन को अंतिम विदाई दी जाएगी।
लालजी टंडन के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक व्यक्त करते हुए अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि श्रीलाल जी टंडन संवैधानिक मामलों के अच्छे जानकार थे। उन्होंने अटल जी के साथ लंबे और करीबी संबंध का आनंद लिया। दुख की इस घड़ी में श्री टंडन के परिवार और शुभचिंतकों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। गृहमंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
वहीं, मध्यप्रदेश में 5 दिन के राजकीय शोक की घोषणा की। इसके बाद उनके सम्मान में आज शासकीय कार्यालय बंद रखने की घोषणा की।सीएम शिवराज और मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा आज लालजी टंडन को श्रद्धांजलि अर्पित करने लखनऊ जाएंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी लखनऊ आएंगे और चौक स्थित आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
आपको बता दें,लाल जी टंडन का जन्म 12 अप्रैल 1935 को लखनऊ में हुआ था। वे 1952 में जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। टंडन उत्तरप्रदेश की बीजेपी सरकारों में कई बार मंत्री भी रहे हैं और अटल बिहारी वाजपेयी के सहयोगी के रूप में जाने जाते रहे। इन्होंने वाजपेयी के चुनाव क्षेत्र लखनऊ की कमान संभाली थी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के सक्रिय राजनीति से सन्यास के बाद टंडन ने ही लखनऊ सीट से चुनाव लड़ा था,जिसमें जीतकर वे 15वीं लोकसभा के लिए भी चुने गए थे। लालजी टंडन 2018 में बिहार का गवर्नर बनाया गया। इसके बाद 2019 में उन्हें मध्य प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया।