देहरादून द फोकस आई 9 जुलाई। हिंदुस्तान के धार्मिक दृष्टिकोण से महत्व रखने वाले एवं प्रसिद्ध स्थानों में से एक बाबा अमरनाथ गुफा के समीप बादल फटने की दुखद घटना पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खेद व्यक्त किया है । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय गृह मंत्री और रक्षा मंत्री से बात की है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि उत्तराखंड के लोग भी बाबा श्री अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से प्रभावित इलाकों में फंसे हुए हैं हम उन्हें बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उनके एलजी मनोज सिन्हा से भी अनुरोध करूंगा कि उन्हें बचाने के लिए हर संभव व्यवस्था करें वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी इस मामले को लेकर फोन पर बात की है श्री अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार शाम करीब साढ़े पांच बजे बादल फटने से आई बाढ़ में तीन महिलाओं समेत 15 श्रद्धालुओं की मौत हो गई करीब 35 श्रद्धालु घायल और लगभग 50-60 लापता हैं पांच यात्रियों को बचा लिया गया है गुफा के पास भारी बारिश के बाद पानी के तेज बहाव के साथ आए पत्थर और भारी मात्रा में मलबे की चपेट में आकर करीब 30 शिविर और तीन लंगर स्थल तबाह हो गए हैं उत्तराखंड के यात्रियों से सम्पर्क किया जा रहा है कुमाऊं के जिलों से मिली जानकारी के अनुसार करीब 50 तीर्थयात्री अमरनाथ यात्रा पर गए हैं कई जगहों से अभी और जानकारी एकत्र की जा रही है पिथौरागढ़ के थल से अमरनाथ यात्रा में गए 28 श्रद्धालु सुरक्षित है ये लोग बादल फटने वाले स्थान तक नही पहुंचे है शुक्रवार रात्रि सभी ने अपने स्वजनों को सुरक्षित होने की सूचना दी है वहीं बागेश्वर से अमरनाथ यात्रा पर गये लोग सभी सुरक्षित हैं तहसील क्षेत्र के गोबिंद बिष्ट और राजू की ओर से सूचना मिली है कि सभी ठीक हैं अभी 4 लोग यात्रा पर हैं 5 लोग वापस लौट आए हैं इसके अलावा अभी और जिलों से यात्रियों की सूचना मिल रही है वहीं ऊधम सिं हनगर जनपद से श्री अमरनाथ यात्रा पर रवाना हुआ था हादसे के दौरान वह दर्शन कर वापस लौट आये थे सभी सकुशल है आइटीबीपी के प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि बादल फटने के कारण आई बाढ़ के कारण कम से कम 15,000 तीर्थयात्रियों को यहां निचले आधार शिविर पंजतरणी स्थानांतरित कर दिया गया है प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से आई जानकारी के अनुसार अमरनाथ यात्रा को इस त्रासदी के बाद से फिलहाल रोक दिया गया है।