बाबरी विध्वंश मामले में आज गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी का बयान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दर्ज कर लिया गया है। वरिष्ठ भाजपा नेता का बयान सीबीआई की विशेष अदालत में दर्ज किया गया। इसके अगले दिन यानी 24 जुलाई, शुक्रवार को भाजपा के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी का बयान दर्ज किया जाएगा। सीआरपीसी की धारा 313 के तहत आडवाणी अपना बयान दर्ज कराएंगे। इससे पहले कल बुधवार को अमित शाह ने करीब 30 मिनट तक आडवाणी से मुलाकात कर बाबरी मस्जिद विध्वंस केस के पहलुओं पर चर्चा की।
बता दें,छह दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद गिरने के बाद दो आपराधिक मुक़दमे दर्ज किए गए थे, पहला कई अज्ञात कार सेवकों के ख़िलाफ़ और दूसरा आडवाणी समेत आठ बड़े नेताओं के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया था। आडवाणी और अन्य नेताओं पर भड़काऊ भाषण देने के आरोपों में मुक़दमा दर्ज हुआ था।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई की विशेष अदालत रोजाना इस मामले की सुनवाई कर रही है, 31 अगस्त तक मामले की सुनवाई पूरी करने का आदेश है। इस मामले में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती के बयान पहले ही दर्ज किए जा चुके हैं। इसके अलावा बुधवार को शिवसेना नेता सतीश प्रधान को सीबीआई की अदालत में बयान देने के लिए आना था, लेकिन वह कोविड-19 संक्रमित पाए गए थे और क्वारंटीन हैं। वहीं दूसरी और राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम की तैयारियाँ शुरू हो गई हैं,जो 5 अगस्त को होनी है।