भारत की वैचारिक चेतना को जागृत करने के लिए प्रसिद्ध संगठन ‘प्रज्ञा प्रवाह’ द्वारा राष्ट्र प्रथम के सेवाभाव के साथ “क्षेत्रीय अभ्यास वर्ग” आयोजन का आज समापन हो गया है। 3 सितंबर से 8 सितंबर के मध्य हुए इस इस अभ्यास वर्ग का आयोजन प्रज्ञा प्रवाह पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के द्वारा किया गया। इस आयोजन में सतत रूप से कई विद्वानों तथा विशेषज्ञों द्वारा अपने उद्बोधन रखे गए, जिसमें प्रो सकलानी, प्रो दामोदर सप्रे, प्रो सारस्वत आदि ने भी अपने विचार प्रमुखता से रखे। आज समापन सत्र में क्षेत्रीय संयोजक भगवती प्रसाद राघव द्वारा अपने विचार प्रस्तुत किए, जिसमें उन्होंने प्रज्ञा प्रवाह की गतिविधियों में सतत विकास के आयामों, शोध, शोध की गतिविधियों को राष्ट्र हित में आगे बढ़ाने के साथ साथ एक ऐसा आधार विकसित करने की बात कही जिससे औपनिवेशिक मानसिकता तथा वामपंथी विचारधारा के इतिहास के नकारात्मक पक्षों को उजागर किया जा सके। साथ ही उन्होंने युवा सशक्तिकरण तथा महिला चिंतकों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। इसके अलावा डॉक्टर चैतन्य भंडारी अध्यक्ष , देवभूमि विचार मंच ने भी अपने विचारों को साझा किया।वहीं, प्रज्ञा प्रवाह के इस अभ्यास वर्ग के आयोजन पर डॉ प्रवीण तिवारी, डॉ चैतन्य भंडारी, डॉ बीरपाल सिंह, इंजी. अवनीश त्यागी ,डॉ अंजली वर्मा प्रो. सोनू द्विवेदी, डॉ रवि शरण दीक्षित, डॉ एम एस गुंसाई, अनुराग विजय डॉ पल्लवी मिश्रा आदि कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।