खटीमा (उधम सिंह नगर) सूत्र। कोतवाली क्षेत्र के झनकट कस्बे में 6 अप्रैल को हुई बैंक लूट वारदात मामले का खटीमा पुलिस ने खुलासा कर दिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उधम सिंह नगर मंजूनाथ टीसी ने खटीमा कोतवाली पहुंच एक तरफ तो इस लूट की वारदात का खुलासा किया साथ ही इस बैंक लूट की वारदात में शामिल तीन आरोपियों में से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लगभग 1,70,000 की धनराशि को बरामद करने की बात मीडिया से साझा की है। साथ ही एक अन्य फरार आरोपी को भी जल्द गिरफ्तार करने का वरिष्ट पुलिस अधीक्षक ने दावा किया है।हम आपको यहां दे कि बीते 6 अप्रैल को खटीमा कोतवाली क्षेत्र के झनकट कस्बे में स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा में दिन दहाड़े बैंक कर्मियों को गन प्वाइंट में रख हुई चार लाख से अधिक की लूट की वारदात का आखिरकार खटीमा कोतवाली पुलिस ने घटना के 20 दिनों बाद खुलासा कर दिया। पुलिस ने स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप, सर्विलांस टीम सहित विभिन्न थानों की पुलिस टीम ने 20 दिनों की लंबी कसरत के बाद मुख्य लूट के आरोपियों को दबोचने में सफलता प्राप्त कर ली।खटीमा कोतवाली बैंक लूट का खुलासा करने पहुंचे जिले के वरिष्ट पुलिस अधीक्षक मंजू नाथ टीसी ने बताया की झनकट बैंक लूट की वारदात में 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज के अवलोकन के बाद पुलिस टीम ने लूट के आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।I यस बैंक लूट में तीन आरोपी शामिल रहे जिनमे दो बैंक के अंदर व एक बैंक के बाहर रेकी कर रहा था।लूट के बाद ग्रामीण रास्तों से होकर यह तीनों आरोपी बरेली एक होटल पर पहुंचे थे।उसी होटल से तीनो आरोपी की पहचान कर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।बैंक लूट में प्रयुक्त बाइकजिसमे घटना का मास्टर माइंड खटीमा के गांगी गिद्धौर के मूल निवासी हाल निवासी बरेली पशुपति नाथ व नरेंद्र कुमार निवासी झुंझुनूं राजस्थान को लगभग लूट के 1लाख 70,000 की नगदी के साथ गिरफ्तार किया है।जबकि एक अन्य आरोपी ललित मानवेंद्र सिंह निवासी झुंझुनूं राजस्थान अभी भी फरार चल रहा है।दोनो आरोपियों के पास से पुलिस ने लूट में प्रयुक्त एक तमंचा 20 बोर ,एक जिंदा कारतूस व घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल को बरामद की है. जबकि बैंक के लूट के आरोपियों में नरेंद्र कुमार द्वारा 50,000 तो पशुपति नाथ द्वारा 20,000 खर्च करने की बात पुलिस को बताई गई।लूट की अन्य राशि फरार आरोपी ललित मानवेंद्र के पास होना बताया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजू नाथ टीसी ने नरेंद्र कुमार व ललित मानवेंद्र निवासी राजस्थान का आपराधिक रिकॉर्ड होना बताया है।साथ ही फरार आरोपी को गिरफ्तारी को जल्द गिरफ्तार करने की बात कही है।बैंक लूट की वारदात का सफल खुलासा करने वाली टीम को एसएसपी उधम सिंह नगर ने 20,000 तो डीआईजी कुमाऊं ने 25,000 नगद पुरुस्कार देने की घोषणा की है।साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजूनाथ टीसी ने बैंक ऑफ बड़ौदा की झनकट शाखा में आईआरबी के नियमो का पालन ना करने सीसीटीवी कैमरे व अलार्म एक्टिव न होने पर सीओ खटीमा को बैंक मेनेजर को नोटिस भेजने के निर्देश भी दिए है।साथ ही जिले भर में सख्ती के साथ बैंको में आईआरबी के नियमो के पालन कराने की बात कही .बहरहाल सीमांत खटीमा कोतवाली क्षेत्र में 6 अप्रेल को पहली बार हुई बैंक लूट की वारदात ने पुलिस महकमे को जहां सकते में डाल दिया था।वही 20 दिन के मैराथन प्रयास,500 से अधिक सीसीटीवी खगालने के व 10 पुलिस टीमो के अथक प्रयासों से आखिरकार बैंक लुटेरों तक खटीमा कोतवाली पुलिस पहुँचने में कामयाब रही।साथ ही उधम सिंह नगर पुलिस के प्रोफेशनल् तरीके से बैंक लूट के खुलासे की स्वयं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने भी तारीफ की. साथ ही अपराधों के बढ़ने के साथ पुलिसिंग के भी बेहतर होने पर खुशी जाहिर की।वही उपरोक्त बैंक लूट की वारदात के खुलासे में खटीमा कोतवाली प्रभारी नरेश चौहान, वरिष्ठ उप निरीक्षक कोतवाली खटीमा देवेंद्र गौरव, एसआई ललित मोहन रावल, धीरज वर्मा, संदीप पिलख्वाल, पंकज महर, कैलाश देव, विजय कुमार कांस्टेबल नासिर खान, शहनवाज हरेंद्र थापा, ललित मोहन नेगी, नवीन रजवार, चंद्र सिंह, तपेंद्र जोशी, खीम गिरी, नवीन खोलिया थाना नानकमत्ता, झनकईया व पुल भट्टा थानाध्यक्ष, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप- उधम सिंह नगर, एडिटीएफ प्रभारी उधम सिंह नगर शामिल रहे।