कोटद्वार । नशे के खिलाफ कई बार आपने अभियान चलाने की बात सुनी होगी, भिन्न भिन्न प्रकार से शादियां भी टूटते हुए देखी व सुनी होंगी । एक नया मामला सामने आया है जिसमें की लड़की पक्ष को यह कहा गया था कि लड़का शराब नहीं पीता, नशा नहीं करता . परंतु शादी के दिन ही लड़का शराब के नशे में धुत होकर बरात लेकर पहुंचा .जहां लड़की ने उसे देखते ही वापसी का रास्ता दिखा दिया। यह घटना जिसके विषय में हम आपको बता रहे हैं यह कोटद्वार की है जहां दूल्हा जब अपनी ही शादी में नशे की हालत में पहुंचा तो दुल्हन का गुस्सा फूट पड़ा और उसने दुल्हे को बारात समेत वापस लौटा दिया।बताया जा रहा है कि यह युवती ऋषिकेश क्षेत्र की रहने वाली है। जबकि युवक नौगांव का रहने वाला है। लड़के वालों ने शादी के लिए यह शर्त रखी थी कि वह ऋषिकेश बारात लेकर नहीं जा सकते, इसलिए लड़की पक्ष कोटद्वार से शादी करें अपनी बेटी की खुशियों के लिए लड़की के पिता वर पक्ष की इस बात को मानने के लिए भी तैयार हो गए।लड़की पक्ष ने भाबर क्षेत्र के झंडीचौड़ में अपने रिश्तेदार के घर से शादी करने की तैयारी की। मंगलवार को दिन के समय जब लड़के पक्ष के लोग बारात लेकर पहुंचे तो लड़की का गुस्सा फूट पड़ा। आरोप है कि दुल्हा नशे की हालत में बारात लेकर पहुंचा था। दुल्हन ने बताया कि उनसे लड़के के नशा करने की बात छुपाई गई थी। जबकि युवती नशे के खिलाफ है।दुल्हे को नशे की हालत में देख दुल्हन ने शादी से इन्कार कर दिया और दुल्हन के इस फैसले में उसके परिजनों ने भी पूरा साथ दिया। जिससे मजबूर होकर दुल्हे पक्ष के लोगों को बैरंग बारात वापस ले जानी पड़ी। दुल्हन के इस कदम की पूरे क्षेत्र में तारीफ की जा रही है।दुल्हन के इस फैसले ने पूरे समाज को नहीं बल्कि पूरे उत्तराखंड को झकझोर कर रख दिया है।दुल्हन की हिम्मत की दाद देनी पड़ेगी जिसकी वजह से समाज में एक संदेश जा रहा है जो कि नशे के खिलाफ एक घातक प्रहार के रूप में देखा जाएगा।