देहरादून 18 दिसंबर। आज देहरादून हवाई अड्डे के एकतरफा विस्तारीकरण की एकतरफा कार्यवाही के सरकारी मूल्यांकन के कागजात सामने आने के बाद प्रभावित क्षेत्र के लोगों ने हवाई अड्डे के समीप बैठक का आयोजन किया, जिसमें सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि सरकार की इस एकतरफा कार्यवाही का कड़ा विरोध किया जाएगा।
इस बैठक का मुख्य कारण सरकार द्वारा टिहरी बांध विस्तापितों के दर्जनों परिवारों के तीसरी बार विस्थापन के संदर्भ में कार्यवाही का विरोध है। सरकार द्वारा हवाई अड्डे के अस्सी मीटर की परिधि में उक्त मापजोख से आंदोलन की स्थिति पैदा हुई है।
बैठक में विस्तारीकरण के विरोध में महापंचायत का आयोजन करने वाले गजेंद्र रावत ने सरकार को चेताया कि सरकार की इस मनमानी के सामने कोई नही झुकेगा।
एयरपोर्ट विस्तारीकरण क्षेत्र मामले में प्रभावित गोपाल सजवान का कहना था कि विस्तारीकरण की कार्यवाही करने वाले किसी भी सरकारी कार्मिक को आगे से घरों खेतों में नहीं घुसने दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार फूट डालो राज करो की तर्ज पर कार्यवाही कर लोगों को उजाड़ने का प्रयास कर रही है।
क्षेत्र के लोगों ने यह बैठक उस परिपेक्ष में की जब प्रशासन द्वारा उनके नाम के साथ जमीन के मूल्यांकन कर धनराशि तय कर दी गई है।
बैठक में सरकार द्वारा बिना काश्तकार से बात किए उसके खेत जमीन मकान पेड़ों का सर्वे कर मनमाने तरीके से उसका मूल्यांकन करने की कार्यवाही की घोर निन्दा की गई।
बैठक में यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि उक्त विस्तारीकरण के लिए कोई भी परिवार अपनी एक भी इंच जमीन नही देगा।
यह भी तय किया गया कि एक सप्ताह के भीतर आंदोलन की आगे की रणनीति तय की जाएगी।